जबलपुर। कोरोना संक्रमण काल के चलते ज्यादातर यात्री बसों के पहिए थमे हुए हैं, बावजूद इसके परिवहन विभाग बसों से टैक्स की वसूली कर रहा है जिसे लेकर बस ऑपरेटरों में गहरी नाराजगी है। परिवहन विभाग के इस कदम का विरोध करते हुए बस ऑपरेटरों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। यात्री बसों का किराया न बढ़ने से नाराज बस ऑपरेटरों ने हड़ताल की चेतावनी तक दे दी है और इस बार किसी भी हालत में वे अपने कदम वापस खींचने तैयार नहीं हैं।
ये भी पढ़ें:मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज ने दुर्ग पहुंचकर दिवंगत मोतीलाल वोरा को दी श्रद्धांजलि
बस ऑपरेटरों का कहना है कि डीजल और टायरों की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए उन्होंने किराया निर्धारण बोर्ड के समक्ष किराए में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा था, जिसे बकायदा मान भी लिया गया लेकिन 3 माह बीतने के बाद भी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। लिहाज़ा अब उनके पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। बस ऑपरेटरों की मानें तो कोरोना काल में लोगों ने बसों का सफर पूरी तरह से बंद कर दिया है जिसके चलते उनकी आय प्रभावित हो रही है।
ये भी पढ़ें:जिला अस्पताल के डॉक्टर पर युवती ने लगाया दुष्कर्म क…
बस ऑपरेटर 50 फ़ीसदी किराए में बढ़ोतरी करना चाहते हैं जिसका प्रस्ताव बकायदा सरकार के पास भी लंबित है इस पर अंतिम फैसला न लिए जाने से बस ऑपरेटरों ने अब आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है और इसे लेकर बस ऑपरेटर लगातार सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गए हैं।
ये भी पढ़ें: सीएम बघेल ने दिवंगत मोतीलाल वोरा को बताया अजातशत्रु…