MP Election 2023: भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर BJP ने केंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की है। इसमें 39 उम्मीदवारों के नाम हैं। खास बात ये है कि इस लिस्ट में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को टिकट दिया गया है। केंद्रीय मंत्रियों में मुरैना की दिमनी सीट से नरेंद्र सिंह तोमर, नरसिंहपुर से प्रह्लाद पटेल और निवास से फग्गन सिंह कुलस्ते को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं BJP महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर विधानसभा क्रमांक 1 से टिकट दिया गया है। भाजपा ने 17 अगस्त को जारी पहली लिस्ट में भी 39 नामों का ऐलान किया था, इसलिए ये 39 का आंकड़ा चर्चा में है।
इसी के साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी द्वारा जारी की दूसरी सूची पर शायराने अंदाज में तंज कसा है,उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि *हम तो डूबेंगे, तुम्हें भी ले डूबेंगे सनम*
मध्यप्रदेश में BJP की दूसरी लिस्ट का सच
*हम तो डूबेंगे, तुम्हें भी ले डूबेंगे सनम*
18 सालों में मध्यप्रदेश को भाजपा की सरकार ने बर्बादी की कगार पर पहुँचा दिया। ये बात प्रदेश की जनता के साथ साथ भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी जान रहा है। इसीलिए 15 दिन पहले श्रीमान अमित शाह और कल…
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 26, 2023
MP Election 2023: उन्होंने आगे लिखा कि 18 सालों में मध्यप्रदेश को भाजपा की सरकार ने बर्बादी की कगार पर पहुँचा दिया। ये बात प्रदेश की जनता के साथ साथ भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी जान रहा है। इसीलिए 15 दिन पहले श्रीमान अमित शाह और कल मोदी जी ने शिवराज जी के नाम और काम से किनारा कर लिया । ये बात शिवराजसिंह जी को मन ही मन बहुत सालती थी। दूसरी ओर सिंधिया जी भी अपनी लोकसभा की हार तथा अपने क्षेत्र में लगातार स्थानीय निकायों की हार से भी हताश थे।
बस दोनों नेताओं ने सोचा अपने सभी प्रतिद्वंदियों को ठिकाने लगाने का मन बनाया । केंद्रीय नेतृत्त्व को शिवराज और महाराज ने बताया कि मध्यप्रदेश में जीर्णशीर्ण हो चुकी सत्ता की डूबती नाव की पतवार को अब नरेंद्र तोमर, प्रहलाद पटेल, फग्गनसिंह कुलस्ते ,कैलाश विजयवर्गीय और राकेश सिंह की ज़रूरत है। मगर असल में शिवराज और महाराज की मंशा ,”हम तो डूबेंगे, तुम्हें भी ले डूबेंगे सनम” की है, ये साफ़ है। इस बात को कैलाश विजयवर्गीय ने एक इंटरव्यू में कहा भी कि हमको टिकिट देकर केंद्रीय नेतृत्त्व ने चौंका दिया।
इन टिकिटों की घोषणा के बाद महाराज और शिवराज कह रहे हैं, -“न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी।” अर्थात हमारी सत्ता तो जा ही रही है, मगर हमारे साथ साथ इन नेताओं का राजनीतिक अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगा। कांग्रेस का भय भाजपा को कैसे सताता है, ये साफ़ है!श्री खड़गे, श्री राहुल गाँधी, कमलनाथ जी के व्यक्तित्व का ख़ौफ़ देखिए, मध्यप्रदेश की बहादुर जनता का आक्रोश देखिये एक मुख्यमंत्री, तीन केंद्रीय मंत्री सहित 7 सांसद, एक राष्ट्रीय महासचिव, मगर फिर भी सत्ता नहीं बच पाएगी!