रायपुर। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने पूर्व CM रमन सिंह के पत्र पर पलटवार करते हुए कहा है कि रमन सिंह का काम केवल पत्र लिखना हो गया है। उन्होने कहा कि रमन सिंह के पत्र का उत्तर देना उचित नहीं समझता। कृषि मंत्री ने केंद्रीय मंडी संशोधन बिल पर बयान देते हुए कहा है कि मंडी संशोधन बिल छग में लागू करने से पहले परीक्षण करेंगे।
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वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने रमनसिंह से पूछा है कि जब छत्तीसगढ़ में किसानों को अच्छा दाम मिल रहा है तो यहां का किसान अन्य प्रांतों में अपना धान बेचने क्यों जाएगा? उन्होने कहा कि दरअसल रमन सिंह जमीनी हकीकत से पूरी तरह से कट चुके हैं, उन्हें छत्तीसगढ़ के किसानों के बारे में सही जानकारी नहीं है।
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उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चिट्ठी लिखकर रमनसिंह मात्र विपक्ष में होने की औपचारिकता पूरी कर रहे हैं, रमन सिंह नरेंद्र मोदी की गलत नीतियों का भी समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों को व्यापारियों के हाथों सौंपना चाहती है, इस अध्यादेश से मंडियों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा।
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इसके पहले पूर्व सीएम रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर केंद्र के अध्यादेश का अनुपालन करने की मांग की थी। जिसमें उन्होने कहा था कि केंद्र सरकार के द्वारा अन्नदाता किसानों के हित में यह अध्यादेश लाया गया है, अध्यादेश में किसानों के व्यापार और मूल्य आश्वासन समझौता शामिल है। केंद्र सरकार ने खुली मंडी नीति तहत 3 नए अध्यादेश पास किए हैं।