बलरामपुर। सूरजपुर में दो दिनों में दो हाथिनियों की मौत के बाद बलरामपुर के अतोरी के जंगल में भी एक और हथिनी का शव मिला है। मौके पर मौजूद वन विभाग की टीम के मुताबिक हथिनी की मौत 3 से 4 दिन पहले हुई थी। मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है मृत हथिनी प्रतापपुर में मृत मिले हाथियों के ही दल की सदस्य थी।
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गौरतलब है कि सूरजपुर जिले में दो दिनों में दो हथिनियों की मौत ने वन विभाग पर सवालिया निशान लगा दिया है तो वहीं चैबिस घंटे से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी मृत हथिनी के दल के दूसरे हांथी उसे उसके मौत के बाद से घेर कर रखे हैं। यही कारण है कि पशु चिकित्सक मृत हंथिनी का पीएम नहीं कर पाए हैं, जिससे उसके मौत के सही कारण पर रहस्य बना हुआ है।
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आपको बता दें बुधवार को प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के गणेशपुर जंगल में हंथिनी का शव मिला था जबकी एक दिन पहले भी एक मादा हांथी की मौत इसी जंगल में हुई थी लिहाजा दो दिनों में दो हंथिनियों की मौत ने विभाग के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है।
सूरजपुर में हथिनी की मौत
@IBC24News #Chhattisgarh अपनों के जाने का ग़म किसे नहीं होता,फ़िर चाहे इंसान हो या फ़िर मूक पशु।बुधवार को हथिनी की मौत के बाद पूरा दिन दल के हाथी मंडराते रहे। @cgforest टीम पोस्टमॉर्टम भी नहीं कर पाई@SurajpurDist #ElephantDeath #CGNews #हाथी #SaveAnimals #wildlife #naturelover pic.twitter.com/CLDbDTqcjd
— Anshuman Sharma (@anshuman_sunona) June 11, 2020
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वहीं दूसरी ओर जो हाथियों के अपने बिछड़े हाथी के साथ लगाव दिख रहा है उसे देखने के बाद हर किसी का दिल पसीज गया और हाथी के मौत पर इंसानों को भी सोचने पर मजबुर कर दिया है।