अहमदाबाद: ऑस्ट्रेलिया ने 2023 का विश्वकप खिताब अपने नाम कर लिया है। भारत इस खिताब का सबसे बड़ा हकदार भारत था लेकिन फाइनल मुकाबले में कमजोर प्रदर्शन ने टीम की लुटिया डुबोते हुए करोड़ो क्रिकेट फैन्स को निराश कर दिया। इस मैच के हीरो रहे थे कंगारू बल्लेबाज ट्रेविस हेड जिन्होंने शानदार शतक जमाते हुए टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। इसी तरह कमिंस की अगुवाई में दुसरे खिलाड़ियों का योगदान भी इस मैच में महत्वपूर्ण रहा।
लेकिन आज हम बात खिलाड़ियों की नहीं बल्कि उस शख्स की कर रहे ही जिसने मैदान से बाहर रहकर ऑस्ट्रेलिया को विश्वकप जीताने में मदद की।आपको जानकार हैरानी होगी कि हम जिस महिला की बात कर रहे है वह खुद भी एक भारतीय है। उनका नाम है उर्मिला रोसारियो। उर्मिला विश्वविजेता ऑस्ट्रेलिया टीम की मैनेजर है।
उर्मिला रोसारियो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की मैनेजर हैं। उनके माता-पिता, आइवी और वेलेंटाइन रोसारियो, कर्नाटक के मैंगलोर के पास किन्निगोली से हैं। जब इवी और वैलेंटाइन दोहा, कतर में काम कर रहे थे तब उर्मिला का जन्म हुआ। उर्मिला को बचपन से ही खेल पसंद हैं। स्कूल के दिनों में वह क्रिकेट के साथ बास्केटबॉल और टेनिस व्ही खेला करती थी। उर्मिला ने तीन साल तक कतर टेनिस फेडरेशन में काम किया।
उर्मिला ने कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी से बीबीए किया और बाद में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम के मैनेजर के रूप में काम किया। टीम मैनेजर के रूप में एक गैर-ऑस्ट्रेलियाई की नियुक्ति कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात थी। फुटबॉल विश्व कप के मद्देनजर कुछ महीनों के लिए क्रिकेट से ब्रेक लेने के बाद उन्होंने कतर में फुटबॉल स्टेडियम के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद वापस ऑस्ट्रेलिया आ गए।
ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम के प्रबंधक के रूप में उर्मिला के प्रदर्शन और हिंदी, कन्नड़, कोंकणी आदि भारतीय भाषाओं में उनकी दक्षता के कारण उन्हें विश्व कप दौरे में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के प्रबंधक के रूप में चुना गया। सात साल पहले, उर्मिला के माता-पिता दोहा से हमारे देश आए थे। उन्होंने एक कॉफी एस्टेट खरीदा और कर्नाटक के सकलेशपुर में बस गए। इस तरह अब कहा जा रहा है कि भारत से विश्वकप छीनने में एक भारतीय की मेहनत ही छिपी हुई है।