सिडनी: ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के लिए बीता रविवार ऐतिहासिक रहा। टीम ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान भारत को हराकर 6वीं बार क्रिकेट के इस सबसे बड़े खिताब पर कब्जा जमाया। इस तरह कंगारू टीम के कप्तान पेट कमिंस अपने उस दावे को सही साबित करने में कामयाब हुए जिसमे उन्होंने कहा था कि वह 1.30 लाख दर्शकों को शांत कराना उनका मकसद है और यह संतुष्टिजनक होगा। जाहिर है उन्हें उन्हें इससे संतुष्टि मिल गई हो लेकिन ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को विश्वकप जीतने के बाद भी संतोष मिलता नजर नहीं आ रहा है। बेहतरीन मेजबानी, अगवानी और प्रबंधन के लिए जिस मीडिया को भारत का आभार जताना चाहिए वह उलटे भारत पर अपनी भड़ास निकल रहा है। सोमवार को प्रकाशित ऑस्ट्रेलियाई अख़बार में जहाँ कंगारू टीम के लिए कसीदे गढ़े गए थे तो वही भारत की भी जमकर आलोचना की गई थी।
दरअसल ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को इस बात का दर्द है कि कप्तान पेट कमिंस को जब ट्रॉफी सौंपी गई तब मैदान खाली था। ऐसे में खाली स्टेडियम में टीम की तरफ से कप उठाना वहां की मीडिया को चुभ गया और उन्होंने इसकी जमकर आलोचना की।
‘द क्रॉनिकल’ ने लिखते हुए दावा किया है कि “क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारतीयों ने खेल भावना नहीं दिखाई, जिसको लेकर उनकी आलोचना हो रही है। ऑस्ट्रेलिया को जब विश्व कप ट्रॉफी दी जा रही थी उस वक्त भारतीय खिलाड़ियों के व्यवहार को झुठलाया नहीं जा सकता है। भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह चोट बहुत ज्यादा थी। क्योंकि मेजबान भारतीय टीम अब तक कोई मैच नहीं हारी थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट की जीत के साथ 1.4 अरब भारतीयों के दिल तोड़ दिए।
‘हेराल्ड सन’ ने रिकी पोंटिंग के हवाले से लिखा है कि भारत द्वारा तैयार की गई पिच भारत पर ही बैकफायर कर गई। फाइनल की पिच वही थी जिस पर भारत ने पिछले महीने लीग मैच में पाकिस्तान पर सात विकेट से जीत हासिल की थी। कथित तौर पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने भी मैच से एक दिन पहले विकेट को लेकर चिंता जाहिर की थी।
द टेलीग्राफ ने हेडिंग दी है- भारत की सच्चाई आई सामने, दशकों से जारी निराशा अभी भी जारी। अखबार ने आगे लिखा है कि रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले को देखने पहुंचे लाखों दर्शक तो खामोश हुए ही साथ ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने एक अरब 40 करोड़ भारतीयों को भी खामोश करते हुए विश्वकप का खिताब अपने नाम कर लिया।
ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट द एज ने हेडिंग दी है- स्टेडियम में दर्शकों की खामोशी कमिंस टीम के लिए गोल्डन एज। उन्होंने आगे आगे लिखा है, “90 हजार से ज्यादा भारतीयों से खचाखच भरे स्टेडियम में विराट कोहली की स्टंप गिरने की आवाज के बाद सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की गूंज सुनाई दे रही थी। पूरे स्टेडियम में जो एकमात्र गूंज सुनाई दे रही थी, वह 11 ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों की जश्न की गूंज थी।
‘द सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड’ ने लिखा है, ” लीग स्टेज के शुरुआती दो मैच हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया पर वर्ल्ड कप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था। लेकिन कमिंस ने खेल को बहादुरी से आगे बढ़ाना जारी रखा. इसी का परिणाम है कि ऑस्ट्रेलिया ने अगले 9 मैच जीते।
गौरतलब है की रविवार को विश्वकप 2023 का फाइनल मुकाबला दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट मैदान अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। पहली पारी में बैटिंग करते हुए टीम इंडिया ने कंगारुओं के सामनें 241 रनों का लक्ष्य रखा था। वही इस लक्ष्य का पीछा करते हुए कंगारुओं ने धैर्य का परिचय दिया और तीन विकेट खोकर 43वें ओवर में इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही जहां भारत का तीसरी बार वर्डकप जीतने का सपना टूट गया तो वही ऑस्ट्रेलिया ने 6वीं बार चैम्पियन बना।
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