दुबई, तीन अक्टूबर (भाषा) भारत शुक्रवार को यहां महिला टी20 विश्व कप के ग्रुप ए के अपने शुरुआती मैच में न्यूजीलैंड से भिड़ेगा तो सीनियर स्टार खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की दरकार होगी क्योंकि टीम अतीत में बेहद करीब पहुंचकर चूकने की यादों से उबरने के लिए सकारात्मक शुरुआत के लक्ष्य के साथ उतरेगी।
संभवत: अपना आखिरी टी20 विश्व कप खेल रही कप्तान हरमनप्रीत कौर कई बार खिताब के करीब पहुंचकर चूकने और निराशाजनक क्षणों की गवाह रही हैं जिसमें टी20 विश्व कप 2020 में मेलबर्न में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार भी शामिल है।
अतीत की तरह यह भारतीय टीम भी प्रतिभा से भरपूर है और संभवत: केवल ऑस्ट्रेलिया के पास ही इतनी अच्छी टीम है। लेकिन मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के पास छह टी20 विश्व कप खिताब हैं जबकि भारत को पहले खिताब का इंतजार है।
तो वैश्विक आयोजनों में भारत क्यों पिछड़ जाता है? ऐसा लगता है कि यह मुश्किल समय में मानसिक कमजोरी का मामला है और महिला टीम ने एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में तैयारी शिविर के दौरान कुछ काउंसिलिंग सत्रों के साथ इस पर ध्यान देने की कोशिश की।
इस तरह के उपाय हालांकि बड़े टूर्नामेंटों में सीमित मदद ही कर पाते हैं क्योंकि यह पूरी तरह से किसी दिन अपनी रणनीतियों को बिना किसी गलती के लागू करने पर निर्भर करता है।
न्यूजीलैंड दो बार का उप विजेता है और उनके खिलाफ जीत को रणनीतिक तथा मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में होने का संकेत माना जा सकता है। भारत के लिए जीत के साथ आगाज करना महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इस ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और पाकिस्तान भी हैं।
भारत को अपने शीर्ष खिलाड़ियों 35 वर्षीय हरमनप्रीत, स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा से महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद होगी।
शेफाली और मंधाना शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने जुलाई में श्रीलंका में एशिया कप में अपने पिछले अंतरराष्ट्रीय मैच में रन बनाए लेकिन भारत फाइनल में मेजबान टीम से हार गया था।
मंधाना ने पिछली पांच टी20 पारियों में तीन अर्द्धशतक जड़े हैं।
लेकिन हरमनप्रीत का प्रदर्शन कुछ निराशाजनक रहा है और उनका लय में होना भारत के शीर्ष और मध्य क्रम के लिए जरूरी है। यह भारत की संभावनाओं के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भीषण गर्मी के बीच शायद यूएई की पिचों पर रनों की भरमार नहीं हो, विशेषकर टूर्नामेंट के अंत में।
हालांकि पिचों के टूटने से भारत के स्पिनरों को मदद मिल सकती है जो टीम का मजबूत पक्ष है। टीम में सिर्फ तीन तेज गेंदबाज रेणुका सिंह, पूजा वस्त्रकार और अरुंधति रेड्डी हैं।
पूरी संभावना है कि भारत सिर्फ दो तेज गेंदबाजों को खिलाएगा और स्पिनरों पर अधिक निर्भर रहना होगा।
भारत के पास स्पिन विभाग में असाधारण विविधता है। आक्रमण की कमान ऑफ स्पिनर दीप्ति और श्रेयंका पाटिल, लेग स्पिनर आशा शोभना और बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव के कंधों पर होगी।
न्यूजीलैंड की टीम में भी अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है जिससे टीम का दावा मजबूत है।
करिश्माई कप्तान सोफी डिवाइन, अनुभवी ऑलराउंडर सूजी बेट्स और अनुभवी तेज गेंदबाज ली ताहुहू और लेघ कास्पेरेक टीम की रीढ़ हैं।
युवा ऑलराउंडर अमेलिया केर भी टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और न्यूजीलैंड की टीम टूर्नामेंट में चौंकाने वाला प्रदर्शन कर सकती है।
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष, यस्तिका भाटिया (फिटनेस पर निर्भर), पूजा वस्त्रकार, अरुंधति रेड्डी, रेणुका सिंह ठाकुर, डी हेमलता, आशा शोभना, राधा यादव, श्रेयंका पाटिल (फिटनेस पर निर्भर), सजना सजीवन।
रिजर्व खिलाड़ी: उमा छेत्री, तनुजा कंवर, साइमा ठाकोर।
न्यूजीलैंड: सोफी डिवाइन (कप्तान), सूजी बेट्स, एडेन कार्सन, इज़ी गेज, मैडी ग्रीन, ब्रुक हॉलिडे, फ्रैन जोनास, लेघ कास्पेरेक, मेली केर, जेस केर, रोजमेरी मायर, मौली पेनफोल्ड, जॉर्जिया प्लिमर, हन्ना रोव और ली ताहुहु।
समय: मैच भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे शुरू होगा।
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