भारतीय महिला क्रिकेट टीम का वर्ल्ड कप जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया. एक वक्त मैच पूरी तरह भारत की झोली में जाता दिख रहा था. लेकिन आखिरी के 7 ओवरों में मैच का रुख पलट गया और इंग्लैंड टीम ने एक बार फिर वर्ल्ड कप पर कब्जा कर लिया.
रविवार को क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में भारतीय महिलाएं इतिहास रचने में असफल रहीं. फाइनल में टीम इंडिया को मेजबान इंग्लैंड ने 9 रन से मात दी. टॉस जीतकर मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, और 228 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाया. भारत के लिए यही स्कोर हार का कारण बना, क्योंकि एक वक्त इंग्लैंड की टीम 200 रन के अंदर सिमटने के कगार पर थी. 229 रन का पीछा करने उतरी भारतीय महिला टीम को दूसरे ही ओवर में झटका लगा और स्मृति मंधाना बिना खाता खोले आउट हो गईं.
भारत की तरफ से पूनम राउस ने 86 रन की पारी खेली तो हरमनप्रीत ने 51 रन बनाए। पूनम और हरमनप्रीत के बीच तीसरे विकेट के लिए 95 रन की पार्टनर्शिप हुई। इसके बाद वेदा कृष्णमूर्ति की 35 रन की उपयोगी पारी से भारत एक समय तेजी से जीत की तरफ बढ़ रहा था लेकिन मध्यम गति की गेंदबाज अन्या श्रबसोले के कातिलाना स्पैल के सामने भारत ने अपने आखिरी सात विकेट 28 रन के अंदर गवां दिए। भारत का स्कोर 43 ओवर में तीन विकेट पर 191 रन था और उसे जीत के लिये 38 रन की दरकार थी लेकिन आखिर में उसकी पूरी टीम 48.4 ओवर में 219 रन पर ढेर हो गयी। श्रबसोले ने 46 रन देकर 6 विकेट लिये, जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय टीम 9 रन से मैच हार गई और इसी के साथ वर्ल्ड कप का सपना भी टूट गया।