नई दिल्ली । आज भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर अपना 41वां जन्मदिन मना रहे है। गंभीर अपने दौर के धाकड़ बल्लेबाज रहे। वे पिच पर अपनी तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते है। 2011 विश्वकप में गौतम ने 122 गेंद पर 97 रन बनाए। वे विश्वकप के हीरो रहे लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उन्हें हमेशा कम आंका गया। गंभीर अपने बयानों को लेकर भी काफी सुर्खियों में रहते है। पिच के बाहर और अंदर गंभीर आक्रमक ही रहे। आज हम आपको उनसे जुड़े कुछ ऐसे विवाद के बारें में बताएंगे। जिन्होंने कहीं ना कहीं बतौर क्रिकेटर उनके करियर को प्रभावित किया।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
कोहली और गंभीर का बहस : विराट कोहली अपने बेबाकी के लिए जाने जाते है लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम में गौतम से ज्यादा बेबाक क्रिकेटर बहुत कम देखने को मिलते है। साल 2013 में भारत के ये दो चहेते खिलाड़ी आईपीएल के दौरान आपस में भिड़ पड़े। उस समय गौतम केकेआर और विराट आरसीबी के कप्तान थे। कोहली जब आउट होने के बाद लौट रहे थे, तभी गंभीर से उनकी कुछ कहासुनी हो गई। ये विवाद इतना बढ़ा कि अंपायर को दोनों के बीच आकर मामला शांत करना पड़ा।
मनोज तिवारी के साथ जोरदार बहस : रणजी मैच के दौरान दिल्ली की कप्तानी संभाल रहे गंभीर बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी से किसी बात को लेकर भिड़ गए। इस विवाद ने मार पीट जैसी स्थिती पैदा कर दी थी। लेकिन अंपायर ने उन्हें रोक लिया।
गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच रिश्तों में हमेशा खटास रहा है। जब दोनों खिलाड़ी अपने-अपने टीमों की ओर से खेलते थे, तब मैदान पर एक-दूसरे के सामने जुबानी जंग करने से पीछे नहीं हटते थे। साल 2007 में कानपुर में हुए एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान गंभीर और अफरीदी आपस में भिड़ गए थे, जिसके बाद दोनों खिलाड़ियों के रिश्तों में हमेशा खटास बनी रही।