(कुशान सरकार)
मेलबर्न, 23 दिसंबर (भाषा) ऑस्ट्रेलिया के सैम कोंस्टास के लिए कुछ साल पहले तक क्रिसमस की पूर्व संध्या का मतलब घर के पिछवाड़े में अपने भाई के साथ क्रिकेट खेलने होता था लेकिन अब यह 19 वर्षीय बल्लेबाज भारत के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के लिए दुनिया के सबसे घातक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से निपटने की रणनीति बना रहा है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैच की श्रृंखला अभी 1-1 से बराबर है। चौथा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से यहां खेला जाएगा।
कोंस्टास ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने बुमराह से निपटने के लिए रणनीति तैयार कर ली है लेकिन यहां मैं उसका खुलासा नहीं करूंगा। मैं गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करूंगा।’’
कोंस्टास को नाथन मैकस्वीनी की जगह ऑस्ट्रेलिया की टीम में शामिल किया गया है जिन्हें पहले तीन टेस्ट मैच में बुमराह ने पांच में से चार पारियों में आउट किया। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया की टीम से बाहर कर दिया गया।
बुमराह उन दो अभ्यास मैच में नहीं खेले थे जिनमें कोंस्टास ने रन बनाए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी अच्छे गेंदबाज हैं। वह सभी विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं और मैं उनकी चुनौती का सामना करने के लिए उत्सुक हूं।’’
कोंस्टास से पूछा गया कि कुछ साल पहले तक वह क्रिसमस की पूर्व संध्या पर क्या करते थे, उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने भाई के साथ घर के पिछवाड़े में क्रिकेट खेलता था और खूब खाना खाता था। इतनी छोटी उम्र में टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिलना शानदार है तथा देश का प्रतिनिधित्व करने का मेरा सपना सच हो गया।’’
कोंस्टास के टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का गवाह बनने के लिए उनका पूरा परिवार मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर मौजूद रहेगा।
उन्होंने कहा,‘‘मेरे माता-पिता के आने से यह मेरे लिए विशेष दिन बन गया है। मेरी योजना बेहद सरल है, खुद पर भरोसा रखना और खेल का पूरा आनंद लेना।’’
टेनिस खिलाड़ी मार्क फ़िलिपॉसिस यूनानी मूल के पहले प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। कोंस्टास इस कड़ी में जुड़ने वाला अगला नाम होगा।
कोंस्टास ने अपने परिवार के बारे में कहा, ‘‘ मेरे लिए यह विशेष एहसास है क्योंकि मेरे माता-पिता ने मुझे क्रिकेट में आगे बढ़ने और मुझे उतार-चढ़ाव से गुजरने के लिए काफी बलिदान किए हैं। अब उन्हें वापस देने की बारी मेरी है।’’
यह युवा बल्लेबाज एमसीजी में खेलने को लेकर भी उत्साहित है जहां वह न्यू साउथ वेल्स की तरफ से पहले भी खेल चुके हैं।
उन्होंने कहा,‘‘ मैं जब यहां पहले खेला था तो उसकी तुलना में विकेट अलग है। यह गेंदबाजों के लिए अनुकूल लगता है लेकिन खचाखच भरे एमसीजी पर बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलना सपना सच होने जैसा है।’’
कोंस्टास की बल्लेबाजी में शेन वॉटसन की झलक दिखाई देती है।
उन्होंने कहा,‘‘मैंने वाटसन से काफी कुछ सीखा है तथा मुझे खेल में बने रहना और गेंदबाजों पर दबाव बनाना पसंद है। वह इस खेल के दिग्गज हैं और उम्मीद है कि इस सप्ताह मैं उनके जैसा प्रदर्शन करने में सफल रहूंगा।’’
भाषा पंत
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