(तस्वीरों के साथ)
मुंबई, 22 जुलाई ( भाषा ) भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सोमवार को कहा कि वह चाहते हैं कि टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा ले चुके रोहित शर्मा और विराट कोहली अधिकांश वनडे और टेस्ट खेलें । उन्होंने उम्मीद जताई कि 2027 वनडे विश्व कप खेलने के लिये वे अपनी फिटनेस बनाये रखेंगे ।
रोहित और कोहली दोनों ने विश्व कप जीतने के बाद टी20 प्रारूप को अलविदा कह दिया । दोनों श्रीलंका दौरे पर टी20 श्रृंखला में नहीं होंगे लेकिन वनडे श्रृंखला खेलेंगे ।
भारत का मुख्य कोच बनने के बाद पहली बार मीडिया से रूबरू हुए गंभीर ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के कार्यभार प्रबंधन की भी बात कही ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं पहले भी कह चुका हूं कि जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी का कार्यभार प्रबंधन अहम है । लेकिन एक बल्लेबाज के लिये लगातार खेलते रहना जरूरी है अगर वे अच्छे फॉर्म में हैं ।’’
गंभीर ने कहा ,‘‘ रोहित और विराट अब टी20 क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं । मुझे उम्मीद है कि बाकी दोनों प्रारूपों में वे अधिकांश मैचों में उपलब्ध रहेंगे ।’’
बुमराह के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ यह हमारी जिम्मेदारी है कि अधिकांश महत्वपूर्ण मैचों के लिये वह तरोताजा रहे । इसीलिये कार्यभार प्रबंधन है । सिर्फ जसप्रीत बुमराह ही नहीं बल्कि अधिकांश तेज गेंदबाजों के लिये यह बहुत जरूरी है ।’’
गंभीर ने यह भी कहा कि 2027 वनडे विश्व कप को देखते हुए वह चाहते हैं कि रोहित और कोहली अपनी फिटनेस पर फोकस रखें ।
उन्होंने कहा ,‘‘ उन्होंने बता दिया है कि बड़े मैचों में वे क्या कर सकते हैं । टी20 विश्व कप और 50 ओवरों के विश्व कप में भी । दोनों के भीतर काफी क्रिकेट बाकी है । चैम्पियंस ट्रॉफी और आस्ट्रेलिया दौरा आने वाला है । अगर वे फिटनेस बरकरार रख सके तो 2027 वनडे विश्व कप भी खेल सकते हैं लेकिन यह उनका निजी फैसला होगा । मैं इतना ही कह सकता हूं कि अभी उनके भीतर काफी क्रिकेट बाकी है ।’’
गंभीर ने तीन प्रारूपों के लिये अलग अलग टीमों की संभावना से भी इनकार नहीं किया लेकिन कहा कि प्रदर्शन में निरंतरता जरूरी है ।
उन्होंने कहा ,‘‘ विराट, रोहित और जडेजा अब टी20 प्रारूप में नहीं है लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि तीन प्रारूपों की तीन अलग अलग टीमें होंगी । टी20 टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है क्योंकि तीन शानदार खिलाड़ी इस प्रारूप से विदा हुए हैं । लेकिन वनडे और टेस्ट क्रिकेट में हमें निरंतरता रखनी होगी ।’’
भाषा मोना पंत
पंत