Two-year ban on leaving IPL after auction: मुंबई: दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट लीग IPL को और अधिक लोकप्रिय बनाने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल कई बड़े फैसले ले रही है। पिछले कुछ सालों में देखा गया हैं कि खिलाड़ियों ने इस लीग के दौरान अनुशासनहीनता भी दिखाई हैं। मसलन लीग को बीच में छोड़ चले जाना या फिर खुद को अनुपलब्ध बताकर IPL से खुद को अलग रखना। ऐसे में IPL की पहचान भी दुनियाभर में धूमिल हुई है। ऐसे में इस महंगे क्रिकेट लीग की ख्याति और पहचान को बनाये रखने के लिए नीलामी से पहले बीसीसीआई के निर्देश पर आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने बड़ा निर्णय लिया हैं। तो आइये जानते हैं क्या है ये बड़ा फैसला जो कि सीधे तौर पर विदेशी प्लेयर्स से जुड़ा हुआ है।
लगेगा दो साल का बैन
क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो के मुताबिक़ अगर कोई ओवरसीज प्लेयर IPL की ऑक्शन में ख़रीदे जाने के बाद बिना किसी ठोस वजह के ख़ुद को IPL के किसी सीज़न के लिए अनुपलब्ध बताता है तो ऐसे प्लेयर्स पर दो साल का बैन लगाया जाएगा। इसके इतर शार्ट ऑक्शन में ओवरसीज प्लेयर का प्राइस टैग सबसे ज़्यादा रिटेंशन प्राइस (18 करोड़) या बड़ी नीलामी की सबसे बड़ी बोली से अधिक नहीं होगा।
Two-year ban on leaving IPL after auction जैसा कि अगस्त में ESPNcricinfo ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि IPL की सभी फ़्रैंचाइज़ी ने जुलाई में IPL गवर्निंग काउंसिल के समक्ष यह मांग रखी थी कि नीलामी में ख़रीदे जाने के बाद ख़ुद को अनुपलब्ध करने वाले खिलाड़ियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। रिटेंशन नियमों को साझा करते हुए IPL ने कहा, “कोई भी खिलाड़ी जो नीलामी के लिए ख़ुद को पंजीकृत करता है और नीलामी में ख़रीदे जाने के बाद वह सीज़न की शुरुआत से पहले ख़ुद को अनुपलब्ध बता देता है तब उसे अगले दो सीज़न के लिए IPL खेलने या IPL नीलामी में हिस्सा लेने से रोक दिया जाएगा।”
हालांकि अगर खिलाड़ी चिकित्सीय या चोट के कारणों से अनुपलब्ध रहता है तो ऐसी स्थिति में कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी लेकिन इस संबंध में खिलाड़ी के होम बोर्ड से भी पुष्टि की जाएगी।
NEWS 🚨 – IPL Governing Council announces TATA IPL Player Regulations 2025-27.
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— IndianPremierLeague (@IPL) September 28, 2024
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