(अजय मसंद)
नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) पेरिस ओलंपिक ट्रैप स्वर्ण पदक विजेता नाथन हेल्स सहित ब्रिटेन के तीन शीर्ष शॉटगन निशानेबाज कागजी कार्रवाई को लेकर ‘भ्रम’ के कारण वीजा नहीं मिलने से यहां होने वाले सत्रांत आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में हिस्सा नहीं ले पाएंगे जिससे इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की चमक कुछ कम हो गई है।
विश्व कप फाइनल कर्णी सिंह रेंज में शुरू हुआ जिसमें ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेताओं सहित दुनिया भर के शीर्ष निशानेबाजों ने सोमवार को ट्रेनिंग सत्र में भाग लिया। प्रतियोगिताएं मंगलवार से शुरू होंगी।
पेरिस खेलों में हेल्स के निजी कोच पूर्व निशानेबाज पीटर विल्सन ने ‘पीटीआई’ को बताया, ‘‘नहीं, वह (हेल्स) नहीं आ रहे। वह समय पर अपना व्यावसायिक वीजा प्राप्त नहीं कर सके। मुझे इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है लेकिन एक जटिलता थी…मुझे लगता है जो हुआ वह यह है कि उनमें से एक (निशानेबाज) ने पर्यटक वीजा के लिए आवेदन किया था जिसे स्वीकार कर लिया गया था।’’
लंदन ओलंपिक 2012 में स्वर्ण पदक जीतने वाले इस महान डबल ट्रैप निशानेबाज ने कहा, ‘‘लेकिन फिर उन्हें बताया गया कि उन्हें व्यावसायिक वीजा के लिए आवेदन करना था और एक जटिलता थी और इसे या तो रद्द कर दिया गया और बाकी को लंबित छोड़ दिया गया और उनके पास इसकी प्रक्रिया पूरी करने का समय नहीं था।’’
हाल ही में भारतीय ट्रैप टीम को ट्रेनिंग देने की इच्छा व्यक्त करने वाले विल्सन ने कहा कि यह ब्रिटिश निशानेबाजों के लिए एक बड़ा झटका था।
उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर है यह बहुत शर्म की बात है कि वे प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहे हैं। तीन (निशानेबाज) थे, दो पुरुष ट्रैप में, हेल्स और मैट कॉवर्ड-हॉली, और एक पुरुष स्कीट में बेन लेवेलिन। बेन को पर्यटक वीजा मिल गया, लेकिन फिर हमारे महासंघ ने कहा कि उसे व्यावसायिक वीजा के लिए फिर से आवेदन करना चाहिए।’’
विल्सन ने कहा, ‘‘उसने गलत तरीके से आवेदन किया और उस समय उसने बहुत देर कर दी थी। जाहिर है कि उसे मना कर दिया गया… मुझे नहीं पता कि उसे क्यों मना कर दिया गया।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने इन निशानेबाजों को बताया था कि उन्हें कौन सा वीजा आवेदन करना है, विल्सन ने कहा, ‘‘मैं ऐसा मानता हूं लेकिन मुझे लगता है कि इस समय कोई नहीं जानता कि दोष किसका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह सिर्फ शर्म की बात है कि सभी टीमों में से यहां सिर्फ ग्रेट ब्रिटेन की टीम और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नहीं है इसलिए यह बेहद शर्म की बात है।’’
एनआरएआई के अध्यक्ष कलिकेश सिंह देव ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जिस तरह से उन्होंने आवेदन किया उसमें कुछ भ्रम था।’’
पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाली भारतीय टीम के अधिकांश खिलाड़ी विश्व कप में भाग लेंगे। इनमें से एक बड़ा नाम जो प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले रहा वह दोहरी कांस्य पदक विजेता मनु भाकर हैं जो ओलंपिक के बाद ब्रेक पर हैं।
भाषा सुधीर पंत
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