खिलाड़ियों को चुनौतियों के लिए तैयार करने में मदद के लिए तीन अलग प्रकृति की पिचें |

खिलाड़ियों को चुनौतियों के लिए तैयार करने में मदद के लिए तीन अलग प्रकृति की पिचें

खिलाड़ियों को चुनौतियों के लिए तैयार करने में मदद के लिए तीन अलग प्रकृति की पिचें

:   Modified Date:  September 29, 2024 / 07:44 PM IST, Published Date : September 29, 2024/7:44 pm IST

बेंगलुरु, 29 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) को अपने दर्जे और विकास के अनुकूल स्थान हासिल करने में 24 साल लग गए लेकिन इंतजार फायेदमंद रहा और अब इस सुविधा ने आखिरकार ‘बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ (बीसीए) के रूप में एक नया अवतार लिया जो तीन अलग अलग तरह की पिचों सहित अत्याधुनिक सुविधाओं का केंद्र है।

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह ने शनिवार को यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के करीब इस उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन किया जिसमें सबसे खास विशेषताएं तीन अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैदान हैं।

मुख्य मैदान में, मैदान ए में 85 गज की बाउंड्री है जिसमें मुंबई की लाल मिट्टी की 13 पिचें हैं जो अच्छा उछाल प्रदान करेंगी।

इसके परियोजना प्रबंधक ने कहा, ‘‘जल निकासी प्रणाली बारिश के बाद तेजी से पानी को निकालेगी, व्यवधानों को कम करेगी। ’’

मैदान में दूधिया रोशनी और अत्याधुनिक प्रसारण सुविधाएं भी हैं जिससे अगर कभी किसी मैच की मेजबानी करने के लिए इस स्थल की आवश्यकता होती है तो इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

मैदान बी और मैदान सी में 75 गज की बाउंड्री हैं जिसमें क्रमशः ओडिशा के कालाहांडी से 11 मांड्या मिट्टी की पिचें और नौ ‘ब्लैक कॉटन’ मिट्टी की पिचें हैं।

उत्कृष्टता केंद्र के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यहां की पिचें उन्हें अपनी अनुकूलन क्षमता में सुधार करने में मदद करेंगी। और तीन मैदान उन्हें आत्मविश्वास के साथ किसी भी स्थिति का सामना करने में मदद करेंगे। ’’

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)