यह हार मानसिक रूप से परेशान करने वाली, कुछ चीजों पर मुझे खुद गौर करने की जरूरत: रोहित

यह हार मानसिक रूप से परेशान करने वाली, कुछ चीजों पर मुझे खुद गौर करने की जरूरत: रोहित

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  • Publish Date - December 30, 2024 / 03:26 PM IST,
    Updated On - December 30, 2024 / 03:26 PM IST

… कुशान सरकार …

मेलबर्न, 30 दिसंबर (भाषा) भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से मिली बड़ी हार के बाद ‘परेशान’ होने की बात कबूल करते हुए सोमवार को यहां कहा कि टीम की सामूहिक समस्या के साथ ही कुछ ‘चीजें’ हैं जिस पर उन्हें व्यक्तिगत स्तर पर गौर करने की जरूरत है। खराब लय में चल रहे रोहित के नाम तीन टेस्ट मैचों की छह पारियों में 31 रन हैं। रनों का उनका यह आंकड़ा इस श्रृंखला में जसप्रीत बुमराह के द्वारा लिये 30 विकेट से सिर्फ एक अधिक है। अपने टेस्ट करियर के आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुके रोहित के लिए सिडनी टेस्ट इस प्रारूप में करियर का अंतिम टेस्ट मैच हो सकता है। भारतीय कप्तान हालांकि खुद बिना संघर्ष किये बाहर नहीं जाना चाहते हैं। रोहित एक बल्लेबाज और एक कप्तान के रूप में वह कहां खड़े हैं? उसकी मानसिकता क्या है? सवाल तो बहुत हैं लेकिन जवाब इतने आसान नहीं हैं। उन्होंने 184 रन की हार के बाद अपनी निराशा को छुपाने की कोशिश करते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ मैं आज जहां खड़ा हूं वहीं खड़ा हूं। अतीत में क्या हुआ, इसके बारे में सोचने की कोई जरूरत नहीं है। जाहिर है, कुछ नतीजे हमारे अनुकूल नहीं रहे। हां, एक कप्तान के रूप में यह निराशाजनक है।’’ रोहित ने कहा, ‘‘आप जानते हैं, बहुत सी चीज है जो मैं करने की कोशिश कर रहा हूं पर वह चीजें नहीं हो रही है। मानसिक तौर पर यह चीजें काफी परेशान करने वाली है। आप यहां जो करने आये है, अगर वह नहीं हो पाता है तो यह एक बड़ी निराशा है।’’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ कुछ चीजें हैं जिन पर एक टीम के रूप में हमें गौर करने की जरूरत है। मुझे व्यक्तिगत रूप से भी देखने की जरूरत है। इसलिए हम कोशिश करेंगे और देखेंगे कि क्या होता है। अभी एक मैच बाकी है और अगर हम उस मैच में अच्छा प्रदर्शन कर सकें तो श्रृंखला 2-2 से बराबर करना वास्तव में अच्छा होगा।’’ भारतीय टीम  31 दिसंबर को सिडनी के लिए रवाना होगी ऐसे में उसके पास मैच से पहले चीजों को दुरुस्त करने के लिए सिर्फ दो दिन का समय होगा। रोहित ने कहा, ‘‘ हां, समय काफी कम है। लेकिन हम हार नहीं मानना चाहते है और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जब हम सिडनी पहुंचे तो हम उस लय को फिर से अपनी ओर ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करें। हम पिछले कई साल से देख रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया आने वाली टीमों के लिए यहां खेलना आसान नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ सिडनी में हमारे पास फिर से मौका होगा। हमें एकजुट होकर अच्छा खेलने के अलावा अपनी योजनाओं को सही से लागू करने को सुनिश्चित करना होगा। ’’ रोहित ने माना कि उनके प्रमुख गेंदबाज जसप्रीत बुमराह जरूरत से ज्यादा गेंदबाजी कर रहे है। बुमराह ने चार टेस्ट मैचों में अब तक कुल 141.2 ओवर गेंदबाजी की है और उन्होंने इस दौरान 30 विकेट झटके हैं। रोहित ने कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं तो बुमराह ने काफी गेंदबाजी की है। इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन हर टेस्ट मैच में आपको गेंदबाजों के कार्यभार प्रबंधन के बारे में पता होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अगर कोई इतनी शानदार लय में है, तो आप जितना संभव हो सके उसका फायदा उठाने की कोशिश करना चाहते हैं और हम बुमराह के साथ यही करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ रोहित इस बात से सहमत थे कि किसी को भी बुमराह को लेकर सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि उनके चोटिल होने का खतरा अधिक रहता है। उन्होंने कहा, ‘‘एक समय आता है जब आपको थोड़ा पीछे हटने की जरूरत होती है और गेंदबाज को थोड़ी अतिरिक्त राहत भी देनी होती है। इसलिए हम इस मामले में बहुत सावधान रहे हैं, मैं बहुत सावधान रहा हूं। मैं बुमराह से इस बारे में बात करता हूं कि वह कैसा महसूस करता है ।’’ रोहित ने युवा हरफनमौला नीतिश कुमार रेड्डी की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके पास अच्छा खिलाड़ी बनने के गुण है। रोहित ने पहली पारी में शतक लगाने वाले इस बल्लेबाज के बारे में कहा, ‘‘ जब हमने उसे पहली बार देखा तो पता चला कि उनमें काफी संभावनाएं हैं, यही वजह है कि वह पहली बार यहां आए और दिखाया कि वह क्या करने में सक्षम हैं। बल्ले से वह शानदार रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट प्रतिभा से समृद्ध है और इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि उसका भविष्य कैसा होगा। उसमें हालांकि भारत के महानतम क्रिकेटरों में से एक बनने की क्षमता मौजूद है। वह एक बहुत ही मजबूत जज्बे वाला खिलाड़ी है। वह संघर्ष करना जानता है।’’ भाषा आनन्द सुधीरसुधीर