राज्य संघों ने एआईटीए अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का प्रस्ताव रखा है |

राज्य संघों ने एआईटीए अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का प्रस्ताव रखा है

राज्य संघों ने एआईटीए अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का प्रस्ताव रखा है

:   Modified Date:  September 27, 2024 / 02:18 PM IST, Published Date : September 27, 2024/2:18 pm IST

… अमनप्रीत सिंह …

कानपुर, 27 सितंबर (भाषा) अखिल भारतीय टेनिस महासंघ (एआईटीए) से सम्बद्ध आठ राज्य टेनिस संघों ने अध्यक्ष अनिल जैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रस्ताव रखते हुए 28 सितंबर को नयी दिल्ली में एक ‘एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (ईजीएम)’ बुलाई है। एआईटीए की ईजीएम उसी दिन बुलाई गई है जिस दिन उसे अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के आयोजन के साथ चुनाव कराने हैं। इस चुनाव के नतीजे घोषित नहीं किए जा सकते हैं और उन्हें सीलबंद लिफाफे में दिल्ली उच्च न्यायालय को सौंपा जाना है। जैन भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं। उन पर महासंघ से अपने व्यक्तिगत इस्तेमाल के खर्च पर कई बार परिवार के साथ विदेश यात्रा पर जाने का आरोप है। असम, गुजरात, जम्मू एवं कश्मीर, हरियाणा महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु और त्रिपुरा अविश्वास प्रस्ताव का प्रस्ताव रखने वाली राज्य इकाइयों में शामिल हैं। अविश्वास प्रस्ताव अगर पारित हो जाता है तो जैन एआईटीए अध्यक्ष नहीं रहेंगे। भारतीय टेनिस के इतिहास में कभी भी महासंघ के प्रमुख को इस तरह से नहीं हटाया गया है। जैन को सितंबर 2020 में प्रवीण महाजन की जगह निर्विरोध एआईटीए अध्यक्ष चुना गया था। इससे पहले उन्होंने 2016-2020 तक एआईटीए उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। जैन से जब ‘पीटीआई’ ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि राज्य इकाइयों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है क्योंकि उन्होंने उन्हें आगामी चुनावों के दौरान खेल संहिता का पालन करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह ईजीएम अवैध है। किसी भी बैठक को बुलाने के लिए तीन सप्ताह का नोटिस आवश्यक है। मैं कानूनी कार्यवाही करूंगा। एआईटीए संविधान का अनुच्छेद 15 बैठक बुलाने की प्रक्रिया बताता है। आप महीने की 23 तारीख को नोटिस भेजकर 28 तारीख को बैठक नहीं बुला सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘क्या यह मुझे यह कहने के लिए दंडित करने का उनका तरीका है कि उन्हें खेल संहिता का पालन करना चाहिए? ये सभी अयोग्य हो जायेंगे क्योंकि ये निर्वाचन मंडल गलत है। अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मैं पद पर नहीं रहूंगा।’’ राज्य संघ से जुड़े एक अधिकारी ने हालांकि कहा कि जैन के खिलाफ और भी आरोप हैं और यह खेल संहिता के पालन का मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कौन कहता है कि हम खेल संहिता का पालन नहीं कर रहे हैं? हम संहिता का अनुपालन कर रहे हैं। हम कभी भी देश के कानून के खिलाफ नहीं जाएंगे। यह खेल संहिता के बारे में नहीं है। अगर यह मुद्दा था, तो उन्होंने पिछले महीने कार्यकारी समिति की बैठक में कुछ क्यों नहीं कहा। इसी बैठक में एजीएम और चुनावों की घोषणा की गई थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह ‘सिस्टम’ को साफ करने का समय है, यह खिलाड़ियों का समर्थन करने और भारतीय टेनिस का चेहरा बदलने का समय है। हम इसमें एकजुट हैं। हमारे पास ऐसा करने के लिए एक सक्षम टीम है। आप इन चुनावों के बाद भारतीय टेनिस को बदलते देखेंगे।’’ राज्य संघों में से एक ने जैन पर व्यक्तिगत लाभ के लिए एआईटीए में अपने पद का उपयोग करने का आरोप लगाया। एक राज्य संघ ने 21 सितंबर को एआईटीए को लिखा, ‘‘सुशासन के सभी सिद्धांतों को दरकिनार करते हुए, उन्होंने पदेन क्षमता के बजाय अपनी व्यक्तिगत क्षमता में स्थायी ट्रस्टी बनकर एआईटीए ट्रस्ट का इस्तेमाल अपने निजी गुप्त एजेंडे के लिए किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम एआईटीए के सभी सदस्य, एआईटीए की बिरादरी के भीतर गरिमा और एकजुटता बनाए रखने के लिए अब तक चुप रहे हैं।’’ भाषा आनन्द आनन्द आनन्द

 

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