कराची: पाकिस्तान के प्रमुख शहर कराची के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट में भीषण विस्फोट की घटना सामने आई है। इस ब्लास्ट में दो लोगों की मौत की खबर है। वही कम से कम आठ लोग घायल हो गए। सूत्रों के मुताबिक, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने इस ब्लास्ट को अंजाम दिया, जिसमें जान गंवाने वाले दोनों लोग चीनी नागरिक हैं। (Test series between England and Pakistan will be cancelled) वहीं घायलों में कई पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। इस धमाके को लेकर पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने बयान जारी करके अपनी नाराजगी जताई है और पाकिस्तान को चीनी प्रोजेक्ट और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की सख्त हिदायत दी है।
वही दूसरी तरफ पाकिस्तान में आज से पाक और इंग्लैण्ड के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत हुई है। टेस्ट मैच का पहला मुकाबला मुल्तान में खेला जा रहा है। ऐसे में एक बार फिर से पाक में क्रिकेटरों और मेहमान टीम की सुरक्षा पर संदेह पैदा हो गया हैं।
दरअसल इस हमले को पाकिस्तान ने आतंकी हमला करार दिया है। ऐसे में अब इंग्लिश टीम को जल्द पाकिस्तान से बहार निकलने को कहा जा रहा है। इतना ही नहीं बल्कि 2025 में पाकिस्तान में प्रस्तावित आईसीसी चैम्पियनशिप ट्रॉफी की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए। (Test series between England and Pakistan will be cancelled) देखना दिलचस्प होगा कि सुरक्षा मामलों के चलते करीब एक दशक तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तरसने वाले पाकिस्तान पर इसका क्या असर पड़ता है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने भरोसा जताया है कि भारत 2025 में होने वाले चेंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगा। ईएसपीएन क्रिकइंफो ने नकवी के इस बयां की पुष्टि करते हुए खबर प्रकाशित की है।
खबरों के मुताबिक़ चैंपियंस ट्रॉफ़ी अगले साल फ़रवरी की 19 तारीख़ से पाकिस्तान में प्रस्तावित है, फ़ाइनल मुक़ाबला 9 मार्च को होगा। (Test series between England and Pakistan will be cancelled) चैंपियंस ट्रॉफ़ी के मुक़ाबले पाकिस्तान के तीन शहरों में खेले जाएंगे – लाहौर, कराची और रावलपिंडी। दोनों देशों के बीच जारी राजनैतिक मतभेदों की वजह से भारतीय क्रिकेट टीम ने 2008 के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है।
हालांकि इससे पहले BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा था कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए पाकिस्तान जाने या ना जाने का निर्णय सरकार लेगी क्योंकि यह प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा था, “यह हमारी नीति है कि किसी भी विदेशी दौरे पर जाने से जाने पहले हम सरकार की अनुमति लेते हैं। अब यह सरकार को निर्णय लेना है कि टीम वहां जाए या नहीं। हम बस उस निर्णय का पालन करते हैं।”