नयी दिल्ली, पांच जनवरी (भाषा) भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अध्यक्ष के रूप में आदिल सुमरिवाला का लगातार तीन बार का कार्यकाल तब समाप्त हो जाएगा जब मंगलवार को चंडीगढ़ में राष्ट्रीय महासंघ की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता बहादुर सिंह सागू को शीर्ष पद के लिए चुना जाएगा।
सुमरिवाला (67 वर्ष) मौजूदा राष्ट्रीय खेल संहिता के अंतर्गत चुनाव लड़ने के पात्र नहीं हैं। वह अभी विश्व एथलेटिक्स के शक्तिशाली कार्यकारी बोर्ड के सदस्य हैं, उन्हें पहली बार 2012 में एएफआई प्रमुख के रूप में चुना गया था।
वहीं 2002 बुसान एशियाड में गोला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले 51 वर्षीय सागू ने 2000 और 2004 के ओलंपिक में भी भाग लिया था। उन्हें चंडीगढ़ में 7-8 जनवरी को होने वाली एजीएम के दौरान होने वाले चुनावों में नए एएफआई प्रमुख के रूप में निर्विरोध चुना जाएगा।
दो दिवसीय एजीएम का पहला एजेंडा अगले चार वर्षों के लिए नए एएफआई पदाधिकारियों का चुनाव है।
मौजूदा वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंजू बॉबी जॉर्ज के शीर्ष पद की दौड़ से बाहर होने के बाद सागू मैदान में एकमात्र उम्मीदवार बचे हैं। हालांकि अंजू दूसरे कार्यकाल के लिए वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनी रहेंगी।
बचे हुए पदों के लिए भी कोई चुनाव नहीं होगा जैसा कि 2020 में पिछले चुनावों के दौरान हुआ था।
दिल्ली इकाई के शीर्ष अधिकारी संदीप मेहता को एएफआई सचिव के रूप में निर्विरोध चुना जाएगा। पिछले चुनावों में उन्होंने इस पद के लिए होने वाले चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया था।
1998 के एशियाई खेलों में 800 मीटर और 1500 मीटर में स्वर्ण पदक जीतने वाली ज्योतिर्मयी सिकदर संयुक्त सचिव होंगी और स्टेनली जोन्स को कोषाध्यक्ष चुना जाएगा।
नयी कार्यकारी समिति के सदस्यों में 2010 एशियाई खेलों में 3000 मीटर स्टीपलचेज में स्वर्ण पदक जीतने वाली सुधा सिंह, 100 मीटर की पूर्व राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारी रचिता मिस्त्री, हरजिंदर सिंह और एएफआई योजना आयोग के अध्यक्ष ललित भनोट की बेटी प्रियंका भनोट शामिल होंगी।
एएफआई ने अंतरराष्ट्रीय संस्था विश्व एथलेटिक्स से एक पर्यवेक्षक को आमंत्रित किया है।
भाषा नमिता पंत
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