नई दिल्ली, एक अक्टूबर ( भाषा ) भारतीय पुरूष हॉकी टीम के अनुभवी स्ट्राइकर एस वी सुनील ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले लिया जिसके साथ ही 14 वर्ष के उनके सुनहरे कैरियर पर भी विराम लग गया ।
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इससे एक दिन पहले ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह और डिफेंडर बीरेंद्र लाकड़ा ने संन्यास की घोषणा की थी । रूपिंदर और लाकड़ा तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के सदस्य थे ।
कर्नाटक के 32 वर्ष के सुनील तोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे । उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों के लिये मार्ग प्रशस्त करने की कवायद में उन्होंने यह फैसला लिया है ।सुनील ने 264 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर 72 गोल किये ।
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा ,‘‘ ब्रेक लेने का समय है । भारत के लिये खेलते हुए 14 साल से ज्यादा हो गए । अगले सप्ताह से शुरू हो रहे राष्ट्रीय शिविर के लिये उपलब्ध नहीं हूं ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ यह आसान फैसला नहीं था लेकिन उतना कठिन भी नहीं था चूंकि मैं तोक्यो ओलंपिक के लिये टीम में जगह नहीं पा सका था । इससे एक खिलाड़ी के तौर पर 11 खिलाड़ियों के प्रारूप में मेरे भविष्य पर भी सवाल उठ गये थे ।’’
सुनील ने कहा ,‘‘ पेरिस ओलंपिक में तीन ही साल बचे हैं और मुझे लगता है कि सीनियर खिलाड़ी होने के नाते मेरे लिये यह जरूरी है कि युवाओं के लिये मार्ग प्रशस्त करूं और भविष्य के लिये विजयी टीम बनाने में मदद करूं ।’’