गक्बेरहा, 10 नवंबर (भाषा) दक्षिण अफ्रीका ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत को दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में रविवार को यहां छह विकेट पर 124 रन पर रोक दिया।
चार मैचों की इस श्रृंखला के शुरुआती मैच कों 61 रन से जीतने वाली भारतीय टीम के लिए अनुभवी हार्दिक पंड्या ने सबसे ज्यादा नाबाद 39 रन का योगदान दिया। उन्होंने 45 गेंद की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया।
दक्षिण अफ्रीका ने पहले ओवर से ही शिकंजा कसे रखा और शुरुआती चार ओवर में 15 रन पर तीन विकेट चटकाकर भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। टीम के लिए मार्को यानसन, गेराल्ड कोएट्जी, एडेन मारक्रम, नकाबायोमजी पीटर, एंडिले सिमेलेन ने एक-एक विकेट चटकाये। सभी ने किफायती गेंदबाजी की।
यानसेन ने पहले ओवर में ही पिछले दो मैचों में शतक जड़ने वाले संजू सैमसन को खाता खोले बगैर बोल्ड किया। अभिषेक शर्मा (चार) ने कोएट्जी पर चौके के साथ अपना और टीम का खाता खोला लेकिन शॉटपिच गेंद को हवा में लहराकर यानसेन को कैच थमा बैठे।
तिलक वर्मा ने यानसेन के खिलाफ चौका लगाया लेकिन दूसरी छोर से कप्तान सूर्यकुमार यादव संघर्ष करन रहे थे। वह पारी के चौथे ओवर में आठ गेंद पर चार रन बनाकर सिमेलेन की गेंद पर पगबाधा हो गये।
वर्मा ने कोएट्जी के खिलाफ गेंद को स्टेडियम के बाहर पहुंचाकर भारतीय पारी का पहला छक्का जड़ा तो वहीं अक्षर ने छठे ओवर में सिमेलेन के खिलाफ दो चौके लगाये जिससे पावर प्ले में टीम का स्कोर तीन विकेट पर 34 रन हो गया।
वर्मा ने रनगति को तेज करने की कोशिश में कप्तान मारक्रम की गेंद पर आक्रामक शॉट लगाया लेकिन कवर क्षेत्र में डेविड मिलर ने शानदार कैच लपककर उनकी 20 गेंद में 20 रन की पारी को खत्म किया।
अक्षर ने 10वें ओवर की आखिरी गेंद पर पीटर के खिलाफ चौका लगाया जिससे पहली बार टीम का रनरेट छह के पार हुआ। वह हालांकि 12वें ओवर में बदकिस्मत तरीके से रन आउट हो गये। हार्दिक पंड्या के बल्ले से निकली गेंद पीटर के हाथों से छूते हुए दूसरे छोर पर विकेटों से टकरा गयी और अक्षर क्रीज से बाहर थे। उन्होंने 21 गेंद में चार चौके की मदद से 27 रन बनाये।
सातवें क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आये रिंकू सिंह (नौ) भी बल्ले से प्रभावी योगदान देने में नाकाम रहे और 16वें ओवर में पीटर की गेंद पर कोएट्जी को कैच दे बैठे। अर्शदीप सिंह ने इस ओवर को छक्के के साथ खत्म किया।
एक छोर से संभल कर खेल रहे हार्दिक ने 17वें ओवर में कोएट्जी के खिलाफ चौका लगाकर टीम के रनों का शतक पूरा किया और फिर यानसेन के खिलाफ अगले ओवर में छक्का और दो चौके के साथ रनगति को तेज किया।
उन्होंने पारी की आखिरी गेंद पर पर चौके के साथ टीम को संघर्ष करने लायक स्कोर तक पहुंचाया।
भाषा आनन्द नमिता
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