नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) पेरिस ओलंपिक में मिश्रित टीम स्पर्धा में करीबी अंतर से कांस्य पदक चूकने वाली भारतीय स्कीट निशानेबाज महेश्वरी चौहान और अनंतजीत सिंह नरुका की जोड़ी की नजरें अब रविवार से यहां शुरू हो रहे आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में पदक जीतने पर होंगी।
नरुका और महेश्वरी की जोड़ी शेटराउ में चीनी प्रतिद्वंद्वियों से केवल एक अंक से कांस्य पदक मुकाबला हारने के बाद चौथे स्थान पर रही थी।
महेश्वरी ने साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) मीडिया से कहा, ‘‘सीखने के लिए ओलंपिक खेल एक शानदार अनुभव रहा। इसने मुझे खुद पर और अपनी प्रक्रिया पर भरोसा करना सिखाया, जिससे अपनी ओलंपिक यात्रा को आगे बढ़ाने का मेरा संकल्प भी मजबूत हुआ।’’
महेश्वरी को लगता है कि स्वदेश में विश्व कप फाइनल खेलने से उन्हें फायदा होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए बेहद सम्मान की बात है और मेरा पहला विश्व कप फाइनल भी है, इसलिए मैं बहुत उत्साहित हूं। इस बार मेरा एक ही लक्ष्य है जो है ‘पोडियम’ पर आना।’’
वहीं पिछले साल एशियाई खेल में रजत पदक जीतने वाले नरुका ने कहा कि वह अपने खेल को समझेंगे और उस पर यकीन करेंगे।
इस 26 वर्षीय निशानेबाज को पदक विश्व कप में पदक जीतने का पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं यहां पदक जीतता हूं तो यह अच्छी बात होगी। मैं अपने देश को गौरवान्वित करना चाहता हूं और मुझे इसका बात का पूर्ण विश्वास है मैंने अपनी तकनीक बदली है और कड़ी मेहनत कर रहा हूं।’’
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भाषा सं सं नमिता
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