बीसीसीआई उपाध्यक्ष शुक्ला के आलोचनाओं के बीच कानपुर का टेस्ट स्थल के तौर पर बचाव किया

बीसीसीआई उपाध्यक्ष शुक्ला के आलोचनाओं के बीच कानपुर का टेस्ट स्थल के तौर पर बचाव किया

  •  
  • Publish Date - September 30, 2024 / 05:59 PM IST,
    Updated On - September 30, 2024 / 05:59 PM IST

… अमनप्रीत सिंह ….

कानपुर, 30 सितंबर (भाषा) भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने सोमवार को टेस्ट केंद्र के रूप में कानपुर का मजबूती से बचाव करते हुए कहा कि इस स्थल को लंबे प्रारूप के मैचों की मेजबानी करने का मौका देने से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि इसके बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए इसका आधुनिकीकरण किया जाना तय है। ग्रीन पार्क में भारत और बांग्लादेश के बीच जारी दूसरे टेस्ट में बारिश ने खलल डाला है। मैच के पहले दिन 35 ओवर का खेल हुआ जबकि दूसरे और तीसरे दिन एक भी गेंद नहीं डाली जा सकी। स्टेडियम की ड्रेनेज सिस्टम (जल निकासी व्यवस्था) काफी पुरानी है और बारिश के बाद मैदान को सुखाने के लिए तीन सुपर सोपर्स का इस्तेमाल किया गया था। शुक्ला ने कहा, ‘‘बीसीसीआई के प्रशासन में रहते हुए हम आलोचना सुनने के आदी है लेकिन अब हर बात की आलोचना हो रही है। जब हम कानपुर को मैच नहीं दे रहे थे तब भी मेरी आलोचना हो रही थी। अब हम मैच दे रहे हैं तो भी मेरी आलोचना हो रही है कि कानपुर को मेजबानी क्यों मिली।’’ उन्होंने कहा कि वे मौसम को नियंत्रित नहीं कर सकते और इस स्थल पर पहले कभी कोई मैच रद्द नहीं किया गया है। शुक्ला ने कहा, ‘‘यह मैदान लगभग 80 साल पुराना है। यह हमारा विरासत वाला मैदान है। आपको याद हो तो यह एक स्थायी टेस्ट केंद्र हुआ करता था। इसलिए हम यह मैच करना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह 80 साल में पहली बार हुआ है कि इतनी बारिश हुई है कि हम दो दिन खेल शुरू नहीं कर पाये। लेकिन इतिहास बताता है कि यहां कोई भी मैच रद्द नहीं हुआ है। दुनिया में कई जगह हैं जहां क्योंकि बारिश के कारण मैच रद्द कर दिए गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इस पर हंगामा होना चाहिए क्योंकि जब यह मैदान और स्टेडियम बन रहा था तब आज के दौर की तकनीकें उपलब्ध नहीं थीं। अब उन्नत तकनीक उपलब्ध हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास लखनऊ में स्टेडियम है और वहां हर तरह की तकनीक है। हम वाराणसी में एक और स्टेडियम बना रहे हैं। वहां हमारे पास मैदान से जल निकासी के लिए उच्च और आधुनिक तकनीक होगी। हम यहां के लिए भी इस तरह की योजना बना रहे हैं।’’ भारत के दिग्गज बल्लेबाज और उस समय के टीम के कप्तान विराट कोहली ने 2019 में प्रस्ताव दिया था कि टेस्ट क्रिकेट केवल पांच प्रमुख केंद्रों पर खेला जाना चाहिए। जैसा की ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे क्रिकेट खेलने वाले शीर्ष देशों में होता है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस विचार का समर्थन करते हैं? शुक्ला ने कहा कि भारत के पांच प्रमुख केंद्र दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई और कानपुर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कानपुर भी उनमें से एक था। इसलिए यह टेस्ट मैचों के लिए केंद्र है। फिर हमें अन्य पहलुओं को भी ध्यान में रखना होगा। हमारे पास रोटेशन नीति है और हमें रोटेशन नीति के मुताबिक चलना होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अब भारत के पास बहुत सारे आयोजन स्थल हैं। हमारे पास अधिकतम आयोजन स्थल है जो ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों के पास नहीं हैं। हमें उन सभी को मौका देना होगा।’’ शुक्ला ने कहा कि बुनियादी ढांचे वाले छोटे शहरों को भी टेस्ट की मेजबानी मिलनी चाहिये ताकि वहां के प्रशंसकों की दिलचस्पी इस खेल में बनी रहे। शुक्ला ने इस मौके पर संकेत दिया कि बीसीसीआई आगामी आईपीएल नीलामी को पिछली बार की तरह विदेश में आयोजित कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। यह विदेश में भी हो सकता है। पिछली बार हमने दुबई में किया था और यह बहुत सफलतापूर्वक हुआ। हम अपने क्रिकेट के कुछ हिस्से को विदेशों में कराकर वहां के प्रशंसकों भी आकर्षित करते है।’’ भाषा आनन्द मोनामोना