प्रतिकूल परिस्थितियों में जुझारूपन की जीत की बानगी दी शिवानी ने

प्रतिकूल परिस्थितियों में जुझारूपन की जीत की बानगी दी शिवानी ने

प्रतिकूल परिस्थितियों में जुझारूपन की जीत की बानगी दी शिवानी ने
Modified Date: June 27, 2023 / 08:02 pm IST
Published Date: June 27, 2023 8:02 pm IST

नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) बर्लिन में हाल ही में हुए स्पेशल ओलंपिक विश्व खेलों में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली साइकिलिस्ट शिवानी ने विषम परिस्थितियों में जीवट और जुझारूपन की जीत की बानगी पेश की है ।

साठ प्रतिशत मानसिक मंदता (एमआर) से प्रभावित 21 वर्ष की शिवानी ने भारत के लिये सबसे ज्यादा पदक जीते । भारत ने 76 स्वर्ण समेत 202 पदक जीते ।

पांच फुट कद वाली शिवानी ने कोरोना महामारी में साइकिलिंग शुरू की क्योंकि उनकी आंटी को लगा कि वह घर में बैठे बैठे ऊब जायेगी । कोरोना से पहले शिवानी के पिता का निधन हो गया था और उनकी मां भी 60 प्रतिशत एमआर से पीड़ित होने के कारण उसकी देखभाल नहीं कर सकती थी ।

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संयुक्त परिवार में रहने के कारण शिवानी की देखभाल उनकी आंटी सुनीता दत्ता ने की ।

खेलों में विजेताओं के सम्मान के लिये आयोजित समारोह में शिवानी के साथ मौजूद सुनीता ने कहा ,‘‘ शिवानी ने 500 मीटर, एक किलोमीटर और दो किलोमीटर साइकिलिंग में पदक जीते । उसे साइकिलिंग का शौक था और उसकी स्कूल टीचर के कहने पर हमने उसे प्रशिक्षण देने का फैसला किया ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ कोरोना पाबंदियां हटने के बाद हम उसे पार्क में ले जाने लगे ।’’

इस कार्यक्रम में भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर और स्पेशल ओलंपिक्स भारत की अध्यक्ष मल्लिका नड्डा मौजूद थी ।

भारत ने इन खेलों में 76 स्वर्ण, 75 रजत और 51 कांस्य पदक जीते । खेलों में 6500 खिलाड़ियों ने भाग लिया था ।

भाषा

मोना

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