सिडनी, छह जनवरी (भाषा) रवि शास्त्री और रिकी पोंटिंग ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान दर्शकों की रिकार्ड संख्या की सराहना की है और सुझाव दिया है कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता के रूप में एशेज को पीछे छोड़ सकती है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत का एक दशक से चला आ रहा दबदबा रविवार को समाप्त हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला 3-1 से जीती। इस श्रृंखला को देखने के लिए 837,000 दर्शक स्टेडियम पहुंचे जो नया रिकॉर्ड है।
भारत के पूर्व कोच शास्त्री ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि आधुनिक युग में दोनों टीमों के बीच प्रतिद्वंद्विता असाधारण है।
शास्त्री ने ‘द आईसीसी रिव्यू’ में कहा, ‘‘एक आंकड़ा सामने आता है: मेलबर्न टेस्ट मैच में 375,000 लोग गेट से होकर आए, जिसने 90 साल पहले के 350,000 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछला रिकॉर्ड तब का था जब डॉन ब्रैडमैन खेला करते थे। यह नया आंकड़ा मौजूदा समय की तमाम सुविधाओं के बीच आया है जिसने नए मानदंड स्थापित कर दिए हैं।’’
शास्त्री ने कहा, ‘‘जब टेलीविजन है, जब ओटीटी प्लेटफॉर्म है। जब सब तरह की सुविधाएं मौजूद हैं तब भी लोगों का वहां से बाहर निकलना और क्रिकेट देखना, 375,000 लोगों का (मेलबर्न में) आना और फिर सिडनी में इसे दोहराना, यह वास्तविकता से परे है।’’
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने शास्त्री का समर्थन करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट देखने के लिए आने वाले 837,000 लोगों की संख्या अविश्वसनीय है।
पोंटिंग ने कहा, ‘‘अब जबकि यह श्रृंखला समाप्त हो गई है, तब ऑस्ट्रेलिया के अगली गर्मियों में इंग्लैंड के दौरे पर नजर रहेगी जिससे यह पता चलेगा कि किस श्रृंखला में अधिक दर्शक पहुंचे। अगर आंकड़ा समान नहीं होता है तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि (बॉर्डर-गावस्कर) प्रतिद्वंद्विता बड़ी मानी जाएगी। निश्चित रूप से प्रशंसकों के दृष्टिकोण से।’’
यदि ब्रिस्बेन में जल्दी समापन या बारिश की रुकावट नहीं होती तो दर्शकों का आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता था।
पोंटिंग ने कहा, ‘‘पर्थ टेस्ट केवल चार दिन चला। एडिलेड और सिडनी टेस्ट तीन दिन ही चले। यदि ये सभी टेस्ट मैच पांच दिन चलते तो यह आंकड़ा और बड़ा होता।’’
पोंटिंग ने कहा, ‘‘प्रशंसक यह समझ रहे हैं कि ये दोनों क्रिकेट टीमें कितनी अच्छी हैं, वे वहां रहना चाहते हैं और इसका हिस्सा बनना चाहते हैं और टेस्ट मैच क्रिकेट को अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में देखना चाहते हैं। फिलहाल, यह तर्क देना वाकई मुश्किल है कि यह विश्व क्रिकेट में सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता नहीं है।’’
भाषा पंत सुधीर
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