नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) भारत के महान टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल के पांचवें ओलंपिक में हिस्सा लेने के बाद संन्यास की योजना बनाने की उम्मीद थी लेकिन 42 साल के इस खिलाड़ी ने बुधवार को पेशेवर टूर पर एक और सत्र में खेलने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
शरत को बुधवार को एशियाई चैम्पियनशिप की पुरुष टीम का कप्तान बनाया गया जो अगले महीने अस्ताना में खेली जायेगी।
पेरिस ओलंपिक में भारत के ध्वजवाहक शरत ने पीटीआई से कहा कि वह सात अक्टूबर से शुरू होने वाले एशियाई चैम्पियनशिप के लिए कजाखस्तान की यात्रा से पहले इस महीने के अंत में चाइना स्मैश में भी हिस्सा लेंगे।
भारत की सर्वश्रेष्ठ 37 रैंकिंग हासिल करने वाले शरत दोहा में 2025 विश्व चैम्पियनशिप में खेलने का लक्ष्य भी बनाये हैं।
इस अनुभवी खिलाड़ी ने कहा, ‘‘अगले नौ महीने से एक साल तक मैं सक्रिय खिलाड़ी बना रहूंगा। लेकिन साथ ही मैं आईओसी और आईटीटीएफ में विकल्प की तलाश करूंगा। अपने देश में टीटीएफआई के साथ एक ढांचा बनाने में मदद करने की कोशिश करूंगा ताकि साई और टीटीएफआई के बीच अंतर कम हो सके और खेल में ज्यादा से ज्यादा कोरपोरेट प्रायोजक आयें। ’’
शरत अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ (आईटीटीएफ) के एथलीट आयोग में चुने जाने वाले पहले भारतीय हैं। वह भारतीय ओलंपिक संघ में एथलीट संस्था का भी हिस्सा हैं और निकट भविष्य में वह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के एथलीट आयोग में एक सीट हासिल करने का लक्ष्य बनाये हैं।
उन्होंने 2028 ओलंपिक में हिस्सा लेने की बात खारिज की लेकिन उनके 2026 एशियाई खेलों में भाग लेने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अगले साल एशियाई खेलों पर फैसला लेना चाहूंगा। ओलंपिक के बाद मेरी फिटनेस ठीक है। मुझे थोड़ा समय भी मिला और चेन्नई में यूटीटी (अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग) है। मैं व्यक्तिगत जिंदगी में भी संतुलन बना रहा हूं। ’’
भाषा नमिता मोना
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