मुंबई। Rohit Sharma On BCCI New Rules : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शनिवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की ताजा नीति के प्रति अपनी और अपने साथियों की आपत्ति व्यक्त कीं जिसमें दौरे के दौरान खिलाड़ियों को अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए सीमित समय दिया गया है लेकिन मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा कि यह कोई ‘सजा’ नहीं है। बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर दिशा-निर्देशों की घोषणा नहीं की है, लेकिन मीडिया की खबरों में ये 10 सूत्री निर्देश सामने आ चुके हैं।
मुख्य कोच गौतम गंभीर की सलाह पर तैयार किए गए 10 सूत्री अनुशासनात्मक दिशा-निर्देशों में कुछ नियमों पर रोहित बोर्ड सचिव देवाजीत सैकिया से चर्चा करने वाले हैं। नीति दस्तावेज में मुख्य मुद्दा पुराने दिनों की ओर लौटना है जब परिवारों को लंबे दौरों पर केवल 14 दिन के लिए अनुमति दी जाती थी। किसी भी बदलाव के लिए कोच गंभीर की मंजूरी की आवश्यकता होगी। यह समझा जाता है कि यह नियम टीम के खिलाड़ियों को अच्छा नहीं लगा है।
प्रेस कांफ्रेंस शुरू होने से पहले जब रोहित चयनकर्ताओं के अध्यक्ष अजीत अगरकर के पास बैठे थे तो उन्हें मुंबई के अपने पूर्व साथी से यह कहते हुए सुना गया, अब मेरे को बैठना पड़ेगा सचिव के साथ। फैमिली-वैमिली का डिस्कस करने के लिए, सब मेरे को बोल रहे हैं यार। हर कोई (खिलाड़ी) मुझसे पूछ रहा है। रोहित की टिप्पणी मीडिया के लिए नहीं थी लेकिन यह ‘माइक्रोफोन’ में रिकॉर्ड हो गई जिसका मतलब समझना मुश्किल नहीं था।
जब रोहित ने दिशा-निर्देशों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, आपको इन नियमों के बारे में किसने बताया? क्या यह बीसीसीआई के आधिकारिक हैंडल से आया है? इसे आधिकारिक तौर पर आने दें। हालांकि जब अगरकर ने बात की तो उन्होंने स्वीकार किया कि एक एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) खाका तैयार किया गया है।
रोहित और मुख्य कोच गंभीर के बीच काम करने के तरीकों की अटकलों पर कप्तान ने कहा कि एक बार जब वह खेल के मैदान में उतरते हैं तो वह बहुत स्पष्ट होते हैं। उन्होंने कहा, हम दोनों (वह और गंभीर) इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट हैं कि हम क्या करना चाहते हैं। मैं यहां बैठकर यह चर्चा नहीं करने जा रहा हूं कि हर मैच के पीछे क्या रणनीति होती है लेकिन यह मेरे दिमाग में बहुत स्पष्ट है। रोहित ने कहा,गौतम गंभीर एक ऐसे व्यक्ति हैं जो मैदान पर उतरने के बाद कप्तान के मैदान पर किए जा रहे काम पर भरोसा करते हैं।