नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) रोहन जेटली वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह को बड़े अंतर से हराकर फिर से दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष चुने गये जबकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के छोटे बेटे और प्रथम श्रेणी क्रिकेटर सिद्धार्थ वर्मा ने सचिव पद हासिल किया।
सिद्धार्थ ने सचिव पद के चुनाव में भ्रष्टाचार के दागी विनोद तिहाड़ा को हराया। मतगणना गुरुवार देर रात संपन्न हुई।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर गौतम गंभीर के मामा पवन गुलाटी डीडीसीए के नये कोषाध्यक्ष होंगे। बीसीसीआई के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना की पत्नी शशि खन्ना ने अपना उपाध्यक्ष पद बरकरार रखा।
अध्यक्ष पद के लिये जेटली को 1658 जबकि सिंह को 662 मत मिले। यह दूसरा अवसर है जबकि सिंह को अध्यक्ष पद के चुनाव में करारी हार झेलनी पड़ी। पिछली बार वह वरिष्ठ पत्रकार रजत सिंह से हार गये थे।
हालांकि सबसे बड़ा उलटफेर वर्मा ने किया जो एक स्वतंत्र उम्मीद्वार के तौर पर मैदान में थे और उन्होंने तिहाड़ा को 618 मतों से हराया। वर्मा को 1322 मत जबकि तिहाड़ा को 704 मत मिले।
एक अन्य दागी उम्मीद्वार राकेश बंसल भी सचिव पद की दौड़ में थे लेकिन वह 248 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। राकेश बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष स्नेह बंसल के छोटे भाई हैं।
डीडीसीए के पूर्व चयनकर्ता और बीसीसीआई उप समिति के सदस्य वर्मा ने पीटीआई से कहा, ‘‘मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर बड़ी जीत है। मैं रोहन को अपना पूरा सहयोग देना चाहता हूं और दिल्ली क्रिकेट की बेहतरी के लिये काम करना चाहता हूं। मैं एक क्रिकेटर रहा हूं और इस खेल के लिये काम करना मेरी प्राथमिकता होगी।’
पता चला है कि तिहाड़ा और उनके समर्थकों को जब अपनी हार सुनिश्चित लगने लगी तो वह फिरोजशाह कोटला परिसर से चले गये थे।
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