(मोना पार्थसारथी)
ब्रिस्बेन, 12 दिसंबर (भाषा) इंडियन प्रीमियर लीग की टीमों ने दुनिया भर में प्रवासी भारतीयों के बीच बहुत सारे प्रशंसक बनाए हैं लेकिन कोई भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के प्रशंसकों जितना जुनूनी नहीं हो सकता है जो 17 वर्षों से ट्रॉफी नहीं जीत पाने के बावजूद वफादार रहे हैं।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में ‘ए साला कप नामदे’ (इस साल, कप हमारा है) के नारे गूंजते हैं लेकिन सदर्न स्टार्स के खिलाफ भारतीय महिला टीम के मैच के दौरान एलेन बॉर्डर मैदान पर लाल और नीली जर्सी पहने आरसीबी के कुछ प्रशंसकों ने जीवंत माहौल बना दिया।
पिछले 26 साल से ब्रिसबेन में रह रहे रामप्रसाद ने कहा, ‘‘हम हमेशा से आरसीबी के प्रशंसक रहे हैं। महिला और पुरुष दोनों टीमों के। मुझे बहुत खुशी और गर्व है कि हमारी महिला टीम ने पिछले साल डब्ल्यूपीएल जीता है और हम चाहते हैं कि पुरुष टीम 2025 में भी ऐसा ही करे। ’’
रामप्रसाद ने भारतीय पुरुष टीम का गाबा में हुआ लगभग हर मैच देखा है जहां 14 दिसंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट खेला जाएगा। उनके साथ आरसीबी के प्रशंसकों का पूरा समूह जब भी यहां अंतरराष्ट्रीय मैच देखने जाता है तो तिरंगा और आरसीबी का झंडा लेकर जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं केएससीए (कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ) का आजीवन सदस्य कार्डधारी हूं और मैंने बेंगलुरु में एक आईपीएल मैच देखा है। मैं हर आरसीबी प्रशंसक की तरह, चाहता हूं कि विराट गाबा में शतक बनाए। हम पर्थ में अच्छा खेले लेकिन एडिलेड में निराशा हुई। उम्मीद है कि टीम पिछली बार की तरह ब्रिस्बेन में भी वापसी करेगी। ’’
वहीं 2007 में यहां रहने आए आईटी सलाहकार अजय मोहन पाटन को पूरा भरोसा है कि उनके पसंदीदा विराट कोहली जल्द ही बहुप्रतीक्षित आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जहां भी जाते हैं, लाल और नीले रंग के कपड़े लेकर जाते हैं। हम हमेशा हिम्मत से खेलते हैं और दिल जीतते हैं। टीम ने कप नहीं जीता है लेकिन मुझे यकीन है कि हम इस बार जीतेंगे। ‘ए साला कप नामदे’। मैं प्रशंसकों से संयम रखने की अपील करूंगा। आरसीबी हमेशा हमारी टीम है। ’’
पाटन ने कहा, ‘‘हालांकि उन्होंने अभी तक आईपीएल नहीं जीता है, लेकिन हमें निरंतरता पर ध्यान देना होगा। हम हमेशा अपने दिमाग में कप नहीं रख सकते। हमें एक प्रक्रिया में विश्वास करना होगा। कप जीतना बस समय की बात है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रशंसकों के रूप में हमारी वफादारी अटूट है। एक खिलाड़ी एक टीम के लिए इतने सालों तक खेलता है। आपको समझना चाहिए कि विराट जैसा कोई खिलाड़ी नहीं है। वह युगों के खिलाड़ी हैं। कप निश्चित रूप से मिलेगा। ’’
भाषा नमिता पंत
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