नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) अनुभवी खेल प्रशासक रणधीर सिंह रविवार को एशियाई संस्था की 44वीं आम सभा में एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के पहले भारतीय अध्यक्ष चुने जाने के लिए तैयार हैं।
पूर्व भारतीय निशानेबाज रणधीर को खेल मंत्री मनसुख मांडविया और एशिया के सभी 45 देशों के शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में आधिकारिक तौर पर ओसीए अध्यक्ष नामित किया जाएगा। पंजाब के पटियाला के 77 वर्षीय रणधीर खिलाड़ियों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
उनके चाचा महाराजा यादविंद्र सिंह ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला और आईओसी के सदस्य थे। उनके पिता भलिंद्र सिंह भी प्रथम श्रेणी के क्रिकेटर थे और 1947 से 1992 के बीच आईओसी के सदस्य थे।
चार एशियाई खेलों में भाग लेने वाले रणधीर ने 1978 में ट्रैप निशानेबाजी में स्वर्ण, 1982 में कांस्य और 1986 में टीम रजत जीता। उन्होंने कनाडा के एडमोंटन में 1978 के राष्ट्रमंडल खेलों में भी भाग लिया।
रणधीर ने 1987 में खेल प्रशासन में प्रवेश किया, जब उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का महासचिव नियुक्त किया गया और वह इस पद पर 2012 तक रहे। उन्हें 1987 में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के संचालन बोर्ड के सदस्य के रूप में भी नियुक्त किया गया और वह इस पद पर 2010 तक रहे।
वह 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के लिए आयोजन समिति के उपाध्यक्ष भी थे। रणधीर को 1991 में ओसीए का महासचिव नियुक्त किया गया था और वह 2015 तक इस पद पर रहे। उसके बाद उन्हें आजीवन उपाध्यक्ष बनाया गया जिस पर वह 2021 तक रहे।
बाद में उन्हें ओसीए का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया। रणधीर 2001 से 2014 के बीच आईओसी के सदस्य भी रहे। फिर वह ओसीए के मानद सदस्य बने रहे।
रणधीर से जब 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने के भारत के सपने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि ओसीए की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी क्योंकि यह फैसला आईओसी द्वारा लिया जाएगा।
आम सभा के दौरान ओसीए एथलीटों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण एशियाई खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाली टीमों की संख्या को कम करने के लिए एक मानदंड पेश करने की भी योजना बना रहा है।
ओसीए आम सभा के दौरान एशियाई खेलों में योग को शामिल करने के लिए भी संभवतः प्रयास करेगा।
ओसीए के उप महानिदेशक विनोद तिवारी ने कहा, ‘‘ओसीए की खेल समिति ने योग को एशियाई खेलों में स्पर्धा के रूप में शामिल करने के प्रस्ताव पर विचार किया था। उन्होंने इसे मंजूरी दे दी है। अब ओलंपिक परिषद (एशिया) के कार्यकारी बोर्ड ने इसे मंजूरी दे दी है। एशियाई खेलों में शामिल किए जाने वाले किसी भी खेल के लिए आम सभा की मंजूरी जरूरी होती है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह आठ सितंबर को किया जाएगा और उम्मीद है कि इसे मंजूरी मिल जाएगी। और खेलों के अगले चरण (जापान के नागोया में) के लिए संभवतः इसे एक प्रदर्शन खेल के रूप में पेश किया जाएगा। एक बार ऐसा हो जाने के बाद ही इसे एशियाई खेलों के कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। ’’
भाषा नमिता आनन्द
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