तीन महीने पहले चोट से जूझने वाले प्रवीण ने तोड़ दिया रिकॉर्ड

तीन महीने पहले चोट से जूझने वाले प्रवीण ने तोड़ दिया रिकॉर्ड

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  • Publish Date - September 6, 2024 / 07:46 PM IST,
    Updated On - September 6, 2024 / 07:46 PM IST

पेरिस, छह सितंबर (भाषा) पैरालंपिक खेलों से ठीक तीन महीने पहले ऊंची कूद के एथलीट प्रवीण कुमार विश्व चैंपियनशिप के दौरान ‘ग्रोइन’ की चोट से जूझ रहे थे जिसके कारण वह तीसरे स्थान पर रहे लेकिन पेरिस का टिकट कटाने में सफल रहे।

चोट से उबरने के लिए जो उन्हें जो भी सीमित समय मिला, उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। सकारात्मक सोच और कोच सत्यपाल सिंह के समर्थन से उन्हें मदद मिली। कोच ने चोट की समस्या का पता लगाने के लिए तुरंत एमआरआई कराने को कहा था।

कोच के प्रयासों और हार नहीं मानने के जज्बे की बदौलत प्रवीण 15 दिनों के अंदर पैरालंपिक के लिए तैयारी करने लगे।

नोएडा के 21 वर्षीय प्रवीण ने शुक्रवार को पेरिस पैरालंपिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए टी64 श्रेणी में 2.08 मीटर की सर्वश्रेष्ठ कूद लगाकर शीर्ष स्थान हासिल किया।

प्रवीण ने स्वर्ण जीतने के बाद अपने कोच को श्रेय देते हुए कहा, ‘‘मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच सत्यपाल सर, अपने प्रायोजकों और अपने फिजियो को देना चाहता हूं। जब मैं तीन महीने पहले चोटिल हुआ था तो उन्होंने मेरा पूरा साथ दिया। मुझे ‘ग्रोइन’ की चोट थी। मैं उनके समर्थन के लिए शुक्रिया करना चाहता हूं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘जून में विश्व चैंपियनशिप के दौरान मुझे चोट लग गई थी। मैं ज्यादा जोर नहीं दे पा रहा था। फिर मैंने अपने कोच से बात की और उन्होंने एमआरआई करवाया। ’’

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के गोविंदगढ़ गांव के रहने वाले प्रवीण ने तीन साल पहले तोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीता था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता चोट को जल्द से जल्द ठीक करने की थी और हमने इसे 15 दिन इसे हासिल कर लिया।’’

प्रवीण ने कहा, ‘‘कोच मुझे 2.05 मीटर के तक की कूद लगाने पर ध्यान लगाने के लिए कहते रहे। मैंने कोशिश की कि ‘होरिजोंटल बार’ नहीं गिरे। हर प्रयास में मेरा लक्ष्य बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना था। ’’

भाषा नमिता

नमिता