पिथिया के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी से बड़ौदा ने मेघालय पर 205 रन की बढ़त बनायी

पिथिया के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी से बड़ौदा ने मेघालय पर 205 रन की बढ़त बनायी

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  • Publish Date - November 13, 2024 / 07:48 PM IST,
    Updated On - November 13, 2024 / 07:48 PM IST

 वडोदरा, 13 नवंबर (भाषा) ऑफ स्पिनर महेश पिथिया (25 रन पर छह विकेट) के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के बाद सलामी बल्लेबाज ज्योत्सनील सिंह (121) की शतकीय पारी से बड़ौदा ने रणजी ट्रॉफी ग्रुप ए मैच के पहले दिन बुधवार को पहली पारी में चार विकेट शेष रहते अपनी बढ़त 205 रन की कर ली।

पिथिया की गेंदबाजी करने का तरीका अनुभवी भारतीय स्पिनर आर अश्विन से मिलता-जुलता है और उन्होंने पिछले साल उस समय सुर्खियां बटोरी थी जब ऑस्ट्रेलिया की टीम ने नेट सत्र में उन्हें गेंदबाजी के लिए बुलाया था।

पिथिया की घातक गेंदबाजी के सामने मेघालय की पारी 36.5 ओवर में 103 रन पर सिमट गयी।

ज्योत्सनील ने इसके बाद शिवालिक शर्मा (42) के साथ पहले विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी करने के बाद शाश्वत रावत (नाबाद 90) के साथ 123 रन जोड़े। रावत प्रथम श्रेणी में अपने सातवें शतक से 10 रन दूर है।

बड़ौदा ने दिन का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 308 रन बना लिये।

बड़ौदा के कप्तान कृणाल पंड्या ने मेघालय के पारी के दौरान तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल नहीं किया। टीम के लिए भार्गव भट्ट ने दो जबकि पंड्या और निनाद राथव ने एक-एक विकेट लिये।

मेघालय के लिए आकाश चौधरी से सबसे ज्यादा 40 रन बनाये।

मध्य प्रदेश के लिए ज्योत्सनील ने 133 गेंद की पारी में 13 चौके और तीन छक्के लगाए जबकि रावत ने 90 गेंद की नाबाद पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया है।

इस ग्रुप में कटक में महाराष्ट्र की पारी को 162 रन पर समेटने के बाद ओडिशा ने एक विकेट पर 99 रन बनाकर मजबूत शुरुआत की। महाराष्ट्र के लिए रामकृष्ण घोष ने 80 रन का योगदान देने के बाद एक विकेट भी चटकाया।

जम्मू कश्मीर ने जम्मू में खेले जा रहे मैच में आकिब खान (54 रन पर छह विकेट) की शानदार गेंदबाजी से त्रिपुरा को 165 रन पर आउट करने के बाद अपनी पहली पारी में तीन विकेट पर 82 रन बना लिये।

सेना ने दिल्ली में खेले जा रहे मैच में मुंबई के खिलाफ छह विकेट पर 192 रन बनाये। टीम के लिए मोहित अहलावत ने 76 और शुभम रोहिल्ला ने 56 रन का योगदान दिया। खराब रोशनी के कारण इस मैच में दिन में 64 ओवर का ही खेल हो पाया।

भाषा आनन्द मोना

मोना