पार्थ को दोहरी स्वर्णिम सफलता, लीमा जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भारत का दबदबा बरकरार

पार्थ को दोहरी स्वर्णिम सफलता, लीमा जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भारत का दबदबा बरकरार

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  • Publish Date - October 1, 2024 / 11:24 AM IST,
    Updated On - October 1, 2024 / 11:24 AM IST

नयी दिल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) पार्थ राकेश माने को दोहरी स्वर्णिम सफलता मिली जब उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक के अलावा पेरू के लीमा में चल रही आईएसएसएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए टीम स्वर्ण पदक भी जीता।

व्यक्तिगत स्पर्धा के 24 शॉट के रोमांचक फाइनल में 16 वर्षीय पार्थ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 250.7 अंक हासिल किए और मौजूदा जूनियर एशियाई चैंपियन चीन के हुआंग लिवानलिन को 0.7 अंक से पछाड़ा।

अमेरिका के ब्रैडेन पेसर ने कांस्य पदक जीता। पेरिस ओलंपिक के रजत पदक विजेता स्वीडन के विक्टर लिंडग्रेन चौथे स्थान पर रहे जबकि गत दोहरे जूनियर विश्व चैंपियन रोमेन औफ्रेरे ने छठा स्थान हासिल किया।

पार्थ के हमवतन और फॉर्म में चल रहे अजय मलिक तथा 15 वर्षीय अभिनव साव क्रमशः पांचवें और सातवें स्थान पर रहे। अजय शूट ऑफ में लिंडग्रेन से हार गए। उनके 186.7 अंक रहे जबकि अभिनव ने 144.2 अंक हासिल किए। पार्थ ने अजय और अभिनव के साथ पुरुष टीम स्पर्धा जीती।

भारत को दिन का तीसरा स्वर्ण गौतमी भनोट, संभावी क्षीरसागर और अनुष्का ठाकुर की तिकड़ी ने जूनियर महिला 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा का खिताब जीतकर दिलाया।

इससे पहले 62 खिलाड़ियों के क्वालीफिकेशन दौर में अजय ने 628.8 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि पार्थ 627.7 अंक के साथ चौथे और अभिनव 60 शॉट के बाद 627.0 अंक के साथ छठे स्थान पर रहे।

भारतीय तिकड़ी ने कुल 1883.5 अंकों के साथ आसानी से अमेरिका(1877.6) और जर्मनी (1873.9) को पछाड़कर टीम स्वर्ण पदक जीता।

इस स्पर्धा में भाग ले रहे दो अन्य भारतीय उमामहेश मादिनेनी (625.5) और तलवार सिंह (625.2) क्रमशः 13वें और 14वें स्थान पर रहे।

तीन भारतीय जूनियर महिला एयर राइफल निशानेबाज भी फाइनल में पहुंची लेकिन व्यक्तिगत पदक से चूक गईं।

गौतमी 90 खिलाड़ियों के क्वालीफिकेशन दौर में 634.7 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं जबकि चीन की वांग जिफेई 635.7 अंक के जूनियर विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ शीर्ष पर रहीं।

संभावी (632.6) चौथे स्थान पर रहीं और ओजस्वी ठाकुर (631.4) पांचवें स्थान पर रहीं। अनुष्का ठाकुर 627.5 अंक के साथ 17वें स्थान पर रहीं, जबकि सौम्या खेडकर 627.4 अंक के साथ 20वें स्थान पर रहीं।

फाइनल में गौतमी चौथे स्थान पर रहीं। 20वें शॉट के बाद वह कांस्य विजेता अमेरिकी निशानेबाज से 0.2 अंक से पिछड़ गईं। उन्होंने 209.3 अंक के साथ अपना अभियान खत्म किया। संभावी (188.4) पांचवें और ओजस्वी (146.1) सातवें स्थान पर रहीं।

हालांकि गौतमी और संभावी ने अनुष्का ठाकुर के साथ मिलकर 1894.8 के जूनियर टीम विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ अमेरिका को पछाड़कर खिताब जीता। नॉर्वे तीसरे स्थान पर रहा।

भारतीयों ने शॉटगन रेंज में जूनियर पुरुष और महिला स्कीट प्रतियोगिता में भी भाग लिया लेकिन फाइनल में नहीं पहुंच सके।

गुरफतेह सिंह संधू ने क्वालीफिकेशन में 112 के स्कोर के साथ 29वां स्थान हासिल किया जबकि भवतेग सिंह गिल ने भी जूनियर पुरुष स्कीट में इसी स्कोर के साथ काउंटबैक में 31वां स्थान हासिल किया।

हरमेहर सिंह लाली 107 के स्कोर के साथ 44वें स्थान पर रहे।

जूनियर महिला स्कीट में मानसी रघुवंशी शॉटगन में सर्वश्रेष्ठ भारतीय रहीं। 109 के स्कोर के साथ वह आठवें स्थान पर रहीं। वह एक अंक से फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं।

मुफद्दल देसावला और शिवानी रायकवार ने 98-98 के स्कोर के साथ क्रमशः 30वां और 31वां स्थान हासिल किया।

भारत अब तक पांच स्वर्ण पदक के साथ चैंपियनशिप में शीर्ष पर बना हुआ है।

भाषा सुधीर

सुधीर