पंत ने टेस्ट क्रिकेट को आसानी से अपना लिया: द्रविड़

पंत ने टेस्ट क्रिकेट को आसानी से अपना लिया: द्रविड़

  •  
  • Publish Date - December 4, 2024 / 04:52 PM IST,
    Updated On - December 4, 2024 / 04:52 PM IST

मुंबई, चार दिसंबर (भाषा) पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का मानना ​​है कि भारतीय क्रिकेट टीम में महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास से पैदा हुई कमी को ऋषभ पंत ने तुरंत भर दिया जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को ऐसे अपनाया जैसे ‘बत्तख पानी को अपनाती’ है।

दिसंबर 2022 में कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज पंत ने गाबा में चौथे टेस्ट में 89 रन की मैच विजयी पारी खेली और श्रृंखला में 274 रन बनाकर 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की 2-1 की जीत में अहम भूमिका निभाई।

द्रविड़ ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘‘धोनी के जाने के बाद आपको लगा होगा कि शायद किसी को भी उसकी जगह लेने में समय लगेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह रहा कि उसने उनकी जगह ले ली है लेकिन निश्चित रूप से टेस्ट क्रिकेट में उसका प्रदर्शन शानदार रहा है, अविश्वसनीय प्रदर्शन।’’

भारत के पूर्व कप्तान और कोच ने कहा, ‘‘पंत को गाबा में उस टेस्ट मैच को जीतने के लिए 89 रन बनाते हुए देखना, जब सब कुछ दांव पर लगा हुआ था और टीम इतनी कमजोर थी, उस तरह के दबाव में उस तरह का प्रदर्शन करना – बेहद शानदार… वह कितने विशेष क्रिकेटर हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को पानी में बत्तख की तरह अपनाया है। यह बस अभूतपूर्व है।’’

उस दौरे पर पंत ने पांच पारियों में दो अर्धशतक की मदद से 68.50 की औसत से रन बनाए और भारत ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो टेस्ट श्रृंखला जीतने वाली पहली एशियाई टीम बनी।

भारत ने पर्थ में पहला टेस्ट 295 रन से जीतकर मौजूदा टेस्ट श्रृंखला में भी 1-0 की बढ़त बना ली है।

भारत ने पिछले कुछ समय में ऑस्ट्रेलिया पर दबदबा बनाया है लेकिन 2003 में एडीलेड में द्रविड़ की 233 रन की पारी प्रशंसकों की पसंदीदा है।

इस पारी के संदर्भ में द्रविड़ ने स्वीकार किया कि उन्हें अब भी श्रृंखला नहीं जीत पाने का मलाल है।

द्रविड़ ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो श्रृंखला में जिस तरह का प्रदर्शन किया है – वहां श्रृंखला जीतना बहुत मायने रखता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा या भारत का प्रदर्शन चाहे कितना भी शानदार रहा हो, हम श्रृंखला नहीं जीत पाए। हम करीब पहुंच गए थे लेकिन सिडनी में अंतिम दिन हमें वो विकेट नहीं मिल पाए जिनकी हमें जरूरत थी।’’

इस 51 वर्षीय खिलाड़ी ने उस घटना को याद किया जिसमें उन्होंने गलती से अपने कप्तान सौरव गांगुली को रन आउट कर दिया था। द्रविड़ ने स्वीकार किया कि यह ‘गलती’ उनकी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सोच रहा था कि मैंने कप्तान को रन आउट करवा दिया है। मुझे कुछ सार्थक करना चाहिए। सौरव को रन आउट करवाना पूरी तरह से मेरी गलती थी। मैं इसे स्वीकार करता हूं – यह मेरी गलती थी।’’

द्रविड़ ने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि आप सिर्फ बल्लेबाजी करने की कोशिश कर रहे हैं, आप सिर्फ साझेदारी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, आप सिर्फ लक्ष्य तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।’’

भाषा सुधीर आनन्द

आनन्द