पेरिस, 25 जुलाई ( एपी ) फलस्तीन के ओलंपिक दल का यहां पहुंचने पर लोगों ने तालियों और तोहफों के साथ स्वागत किया और तोहफों में खाने का सामान और गुलाब के फूल शामिल थे ।
पेरिस हवाई अड्डे से बाहर निकलकर फलस्तीन के खिलाड़ियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अब तक 39000 फलस्तीनियों की जान ले चुके इस्राइल . हमास युद्ध के बीच उनकी मौजूदगी संकेत की तरह होगी ।
खिलाड़ियों, फ्रांस के समर्थकों और राजनीतिज्ञों ने यूरोपीय देशों से फलस्तीन को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया है । कइयों ने ओलंपिक में इस्राइली खिलाड़ियों के खेलने पर नाराजगी जताई है जिन्होंने इस्राइल पर युद्धापराध और मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप लगाये हैं ।
सउदी अरब में जन्मे 24 वर्ष के फलस्तीनी तैराक याजान अल बवाब ने कहा ,‘‘ फ्रांस फलस्तीन को एक राष्ट्र नहीं मानता इसलिये मैं यहां फलस्तीन का झंडा लहराने आया हूं । हमारे साथ इंसान की तरह बर्ताव नहीं होता इसलिये हम यहां खेलने आये हैं ताकि लोग हमें बराबरी का समझे ।’’
एपी मोना नमिता
नमिता