मुंबई, एक नवंबर (भाषा) भारत के सीनियर आलराउंडर रविंद्र जडेजा का मानना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट के पहले दिन 10 मिनट के सामूहिक खराब प्रदर्शन के लिए किसी एक खिलाड़ी को दोषी ठहराना अनुचित है।
खेल के अंतिम चरण में भारत का स्कोर एक विकेट पर 78 रन से चार विकेट पर 86 रन हो गया। रोहित शर्मा (18), विराट कोहली (04) और यशस्वी जायसवाल (30) के आउट होने के बाद मेजबान टीम परेशानी में आ गई।
जडेजा ने खेल समाप्त होने के बाद मीडिया से कहा, ‘‘यह सब महज 10 मिनट में हो गया। हमें प्रतिक्रिया करने का समय नहीं मिला। लेकिन ऐसा होता है, यह एक टीम खेल है, किसी एक व्यक्ति को विशेष रूप से दोषी नहीं ठहराया जा सकता। छोटी गलतियां होती रहती हैं। ’’
सीनियर हरफनमौला को बाकी बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब बाकी बल्लेबाजों को साझेदारी करनी होगी और 230 (235) के स्कोर को पार करने की कोशिश करनी होगी। तभी दूसरी पारी की शुरुआत होगी। यह अच्छा होगा अगर अगले बल्लेबाज अपना योगदान दें। ’’
उनका मानना है कि भारतीय टीम के पास अब भी यह टेस्ट जीतने का मौका है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अब भी मौका है। ऐसा नहीं है कि हम मैच से बाहर हो गए हैं। उम्मीद है कि हम कल अच्छी बल्लेबाजी करेंगे। विकेट पर कुछ हो रहा है, अगर हम अच्छी गेंदबाजी भी करते हैं तो यह अच्छा होगा। ’’
भारतीय बल्लेबाजी क्रम के एक बार फिर इस तरह से आउट होने के बावजूद जडेजा यह नहीं मानते कि विशेषज्ञ बल्लेबाजों की विफलता निचले क्रम पर बहुत दबाव डाल रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘दबाव हमेशा रहता है। ऐसा नहीं है कि जब शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो दबाव हमेशा निचले क्रम पर होता है। जब शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन करता है, तब भी निचले क्रम पर दबाव होता है कि वे ऐसा क्यों नहीं कर रहे हैं?’’
जडेजा ने माना कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की पहली पारी में भारत का खराब प्रदर्शन उनकी गिरावट का मुख्य कारण रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभी जब आप श्रृंखला में 0-2 से पिछड़ जाते हैं तो आपको कुछ भी करने या वापसी करने में भी समय लगता है। हमने पहले टेस्ट की पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और खेल में पिछड़ गए। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि पुणे में भी हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और वही गलतियां दोहराईं और पिछड़ गए।’’
जडेजा ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि घर पर टेस्ट श्रृंखला गंवा देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘सबसे पहले व्यक्तिगत रूप से मैंने सोचा था कि जब तक मैं खेल रहा हूं, मैं भारत में कोई श्रृंखला नहीं हारूंगा। हमने अपनी सरजमीं पर 18 श्रृंखला जीती हैं। मैंने सोचा था कि जब तक मैं भारत में टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं, हम कोई श्रृंखला नहीं हारेंगे, लेकिन ऐसा हो गया। ’’
भाषा नमिता पंत
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