निकहत ने अकेले यात्रा की योजना बनाई, पेरिस में दिल टूटने के बाद मजबूत वापसी का वादा

निकहत ने अकेले यात्रा की योजना बनाई, पेरिस में दिल टूटने के बाद मजबूत वापसी का वादा

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  • Publish Date - August 1, 2024 / 08:58 PM IST,
    Updated On - August 1, 2024 / 08:58 PM IST

(अमनप्रीत सिंह)

पेरिस, एक अगस्त (भाषा) चुनौतीपूर्ण हार से थकी निकहत जरीन ने अपने आंसुओं को रोका और रिंग के अंदर तथा चीन की वू यू के खिलाफ प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले से पहले 48 घंटों में सामना की गई चुनौतियों को याद किया।

भारत की सबसे मजबूत पदक संभावनाओं में से एक मानी जा रही निकहत बृहस्पतिवार को नॉर्थ पेरिस एरेना में शीर्ष वरीयता प्राप्त चीनी मुक्केबाज के खिलाफ 0-5 से दिल तोड़ने वाली हार के बाद ओलंपिक से बाहर हो गईं।

निकहत ने कम से कम पांच बार कहा, ‘‘मैं मजबूत वापसी करूंगी।’’

दो बार की विश्व चैंपियन निकहत ने खाली पेट ट्रेनिंग की, प्री क्वार्टर फाइनल से एक रात पहले वह सो नहीं पाई और एशियाई खेलों की मौजूदा स्वर्ण पदक विजेता यू के खिलाफ होने वाले मैच के बारे में सोचती रही जो फ्लाइवेट (52 किग्रा) में 2023 की विश्व चैंपियन भी हैं।

आखिरकार निकहत का सबसे बुरा डर सच हो गया क्योंकि वह विश्व चैंपियन से हार गई।

यह स्पष्ट है कि यह हार उसे लंबे समय तक परेशान करेगी। यू ने मुकाबले में दबदबा बनाए रखा जबकि निकहत ने दूसरे दौर में वापसी की कोशिश की लेकिन वह पर्याप्त नहीं था।

‘‘क्या मुझे थोड़ा पानी मिल सकता है।’’ निकहत ने अपने कोच की ओर इशारा करते हुए कहा और फिर आधी भरी बोतल से एक घूंट लिया।

उन्होंने कहा, ‘‘माफ करना दोस्तों, मैं देश के लिए पदक नहीं जीत सकी। मैंने यहां तक ​​पहुंचने के लिए बहुत त्याग किए हैं। मैंने इस ओलंपिक के लिए खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से अच्छी तरह से तैयार किया था।’’

निकहत ने कहा, ‘‘मैंने पिछले दो दिनों से कुछ नहीं खाया था, मुझे अपना वजन नियंत्रित रखना था। मैंने पानी भी नहीं पिया था और वजन मापने के बाद ही मैंने पानी पिया लेकिन मेरे पास उबरने का समय नहीं था, मैं आज रिंग में सबसे पहले उतरी।’’

निकहत ने कहा को अपने पसंदीदा 52 किग्रा भार वर्ग से नीचे आना पड़ा क्योंकि यह पेरिस ओलंपिक में शामिल नहीं था।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पिछले दो दिनों में कई बार लगातार एक घंटे तक दौड़ लगाई।’’

शायद इसी कारण थकान से उनके शरीर में तीनों राउंड तक चीन की प्रतिद्वंद्वी से मुकाबला करने की ताकत नहीं थी।

निकहत ने कहा, ‘‘अगर मैं आज जीत जाती तो प्रयास की सराहना की जाती लेकिन अब यह एक बहाना लगेगा। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया।’’

दो बार की विश्व चैंपियन ने कहा कि वह अकेले यात्रा पर जाने और अपने परिवार के साथ कुछ अच्छा समय बिताने की योजना बना रही है क्योंकि वह दिल तोड़ने वाली हार से उबरने की दिशा में अपना पहला कदम उठा रही है।

निकहत ने कहा, ‘‘मैं छुट्टी पर जाऊंगी, अकेले यात्रा पर जाऊंगी। मैंने ऐसा कभी नहीं किया। यह बहुत जरूरी है। मैं अपने भतीजे और भतीजी के साथ समय बिताऊंगी। मैंने ऐसा लंबे समय से नहीं किया है। मैं मजबूती से वापसी करूंगी।’’

निकहत ने इन सुझावों को खारिज कर दिया कि वह दबाव महसूस कर रही थीं लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि मुकाबला पूरी तरह से उनके विचारों पर हावी हो गया।

उन्होंने कहा, ‘‘24 घंटे मेरा दिमाग इस मुकाबले पर था। मैं बस इसके बारे में सोचती रही। यह मेरे लिए सीखने का एक अच्छा अनुभव था। मैंने उससे पहले कभी नहीं खेली थी। वह तेज थी। मैं घर आने के बाद इस मुकाबले का विश्लेषण करूंगी।’’

निकहत ने 15 मिनट की बातचीत के दौरान बहादुरी से सवालों का जवाब दिया लेकिन आखिरकार वापस जाने से पहले रोने लगीं। अपने देश के पत्रकारों द्वारा सांत्वना दिए जाने पर वह वापस चली गईं और कहा, ‘‘आपको मेरे लिए एक आइसक्रीम लानी होगी।’’

भाषा सुधीर नमिता

नमिता