नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश पर खेल मंत्रालय द्वारा 54 राष्ट्रीय खेल संघों की मान्यता रद्द करने के मामले को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने शुक्रवार को अपना पक्ष रखा। बत्रा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि अगर जल्द की हालात नहीं सुधरे तो ओलंपिक में देश के खिलाड़ियों से पदकी की उम्मीद न करें तो बेहतर है।
अखिल भारतीय फुटबॉल संघ, हॉकी इंडिया, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया समेत सभी खेल संघों की मान्यता रद्द होने के बाद देश में लॉकडाउन की वजह से ठप पड़ी खेल गतिविधियां अब लंबे समय तक शुरू नहीं हो पाएगी।
बकौल बत्रा मुझे नहीं पता कि अब खेल शिविर शुरू हो पाएंगे या नहीं। सरकार किस तरह फंड देगी। मान्यता कोर्ट ने रद्द की है तो आगे वह कब और क्या फैसले लेंगे, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन यह गंभीर विषय है। तैयारियां पिछले तीन माह से बंद है अब इस स्थिति में 2021 टोक्यो ओलंपिक में पदक की उम्मीद नहीं की जा सकती।