(रोहित मित्रा)
नयी दिल्ली, दो जनवरी (भाषा) भारत के सबसे युवा पुरुष पर्वतारोही नरेंद्र सिंह यादव ने सरकार से देश में पर्वतारोहण को बढ़ावा देने के लिए और अधिक प्रयास करने तथा प्राकृतिक आपदाओं से परे पर्वतारोहियों के योगदान को महत्व देने की बात कही। यादव (30 वर्ष) सात चोटियों पर चढ़ाई कर चुके हैं। उन्होंने 25 दिसंबर को अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विंसन मैसिफ पर चढ़ाई की जिसमें माइनस 52 डिग्री सेल्सियस तक के न्यूनतम तापमान का सामना करते हुए उन्होंने सभी सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर जीत हासिल की।
अंटार्कटिका से यादव ने ‘वीडियो कॉल’ पर पीटीआई से कहा, ‘‘पर्वतारोहियों का महत्व सरकार को अकसर तभी समझ में आता है जब भूकंप या बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाएं आती हैं इसलिये जिला स्तर पर एक समर्पित बचाव बल बनाने की जरूरत है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम बचाव कोर्स की बात करें तो बहुत कम लोगों ने इसे पूरा किया है। यह आसान नहीं है लेकिन बचाव कार्यों में ट्रेनिंग लेने वाले लोगों की प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सबसे अधिक जरूरत होती है। ’’
इस खिलाड़ी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में जोखिम से बचने की संस्कृति पर्वतारोहण और अन्य साहसिक खेलों के विकास में एक बड़ी बाधा है।
यादव ने कहा, ‘‘हम अपने बच्चों को शुरू से ही जोखिम से बचने की ट्रेनिंग देते हैं। हम हमेशा उन चीजों को अपनाने पर जोर देते हैं जो आसानी से उपलब्ध हो सकती हैं। पर्वतारोहण का सिर्फ खेल के तौर पर नहीं बल्कि प्रकृति से जुड़ने और इसकी सराहना करने के तरीके के तौर पर प्रचार किया जाना चाहिए तथा इसे किस तरह सुरक्षित किया और बचाया जा सके। ’’
भाषा नमिता मोना
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