अहंकार में डूबा नाडा मेरा करियर खत्म करना चाहता है: बजरंग

अहंकार में डूबा नाडा मेरा करियर खत्म करना चाहता है: बजरंग

  •  
  • Publish Date - July 1, 2024 / 08:26 PM IST,
    Updated On - July 1, 2024 / 08:26 PM IST

नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) पहलवान बजरंग पुनिया ने सोमवार को आरोप लगाया कि खामियों को उजागर करने के कारण राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की  उनके करियर को खत्म करना चाहता है।

 नाडा ने 23 अप्रैल को तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पूनिया को निलंबित कर दिया था चूंकि उन्होंने 10 मार्च को सोनीपत में हुए चयन ट्रायल के दौरान डोप टेस्ट के लिये नमूने नहीं दिये थे।

 डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल (एडीडीपी) से हालांकि बजरंग को राहत मिल गयी थी लेकिन नाडा ने 24 जून को  बजरंग को दूसरी बार निलंबित कर दिया था।

एडीडीपी ने पहला निलंबन इस आधार पर हटा दिया था कि नाडा ने पहलवान को औपचारिक नोटिस देकर आधिकारिक तौर पर उस पर डोपिंग का आरोप नहीं लगाया था।

इसके बाद नाडा ने उन्हें नोटिस जारी किया और उन्हें फिर से निलंबित कर दिया।

बजरंग ने एक्स पर लिखा ‘‘यह दर्शाता है कि नाडा मुझे कैसे निशाना बना रहा है, वे नहीं चाहते कि मैं किसी भी कीमत पर कुश्ती जारी रखू।’’

विश्व चैंपियनशिप में कई बार पदक जीतने वाले इस 30 साल के खिलाड़ी ने दावा किया कि उन्होंने कभी नमूना देने से इनकार नहीं किया, बल्कि केवल इस बात का जवाब मांगा था कि नाडा ने दिसंबर 2023 में नमूना संग्रह के लिए एक एक्सपायर हो चुकी किट क्यों भेजी थी।’’

बजरंग ने कहा, ‘‘उनके पास कोई जवाब नहीं है और वे अपनी गलतियों की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते, वे सिर्फ अपने छुटकारे के लिए एथलीट को परेशान करना चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘नाडा नहीं चाहता कि कोई उनके गलत तरीकों पर सवाल उठाए और अगर कोई ऐसा करता है तो उसे निशाना बनाया जाता है ताकि वह अपना खेल जारी न रख सके। नाडा एक्सपायर हो चुकी किट के बारे में जवाब क्यों नहीं देता?’’

उन्होंने कहा, ‘‘नाडा इस बात का जवाब क्यों नहीं देता कि दो मैचों के बीच नमूना लेने के लिए मुझपर दबाव दिया गया, जबकि उन्हें पता था कि मेरे पास अगले मुकाबले की तैयारी करने के लिए केवल 20 मिनट थे।’’

बजरंग ने कहा कि इस मामले में वह हार नहीं मानेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर नाडा अपने अहंकार के लिए पहलवानों के धैर्य और अपने अधिकारों के लिए खड़े होने के दृढ़ संकल्प को चुनौती देना चाहता है, तो उसे ऐसा करने दो। पहलवान यहीं है और अंत तक लड़ेगा। मेरे वकील समय पर अपना जवाब दाखिल करेंगे।’’

बजरंग को आरोप स्वीकार करने या सुनवाई का अनुरोध करने के लिए 11 जुलाई तक का समय दिया गया है।

भाषा आनन्द

आनन्द