(कुशान सरकार)
नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के बोर्ड की चैंपियंस ट्रॉफी के प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्ट्स के साथ ‘हाइब्रिड मॉडल’ में टूर्नामेंट की मेजबानी के संचालन के तौर-तरीकों और संभावित कार्यक्रम पर चर्चा के लिए होने वाली बैठक शनिवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
एक अन्य दिलचस्प कदम में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के संयुक्त सचिव देवजीत लोन सैकिया ने बृहस्पतिवार को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
बृहस्पतिवार को ही बीसीसीआई के पूर्व सचिव जय शाह ने वैश्विक संचालन संस्था के चेयरमैन के रूप में पहली बार आईसीसी मुख्यालय का दौरा किया।
शाह ने निदेशक मंडल से मुलाकात की जिसमें बांग्लादेश के फारुक अहमद, न्यूजीलैंड के रोजर ट्वोस, आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्योफ अलार्डिस, डिप्टी चेयरमैन इमरान ख्वाजा, जिम्बाब्वे के तवेंग्वा मुकुहलानी, यूएई के मुबाशिर उस्मानी, श्रीलंका के शम्मी सिल्वा, दक्षिण अफ्रीका के डॉ. मोहम्मद अब्दुल समद मूसाजी और मलेशिया के महिंदा वल्लीपुरम शामिल थे। ये सभी दुबई में मौजूद थे।
यह मुलाकात सत्र असल में सभी समान विचारधारा वाले क्रिकेट बोर्ड के लिए नए आईसीसी चेयरमैन को ‘हाइब्रिड मॉडल’ के लिए अपना समर्थन देने का एक मंच था।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और क्रिकेट वेस्टइंडीज के प्रतिनिधि व्यक्तिगत रूप से मौजूद नहीं थे जबकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से कोई भी नहीं आया।
यह समझा जा रहा है कि आईसीसी बोर्ड के सदस्य भारी संख्या में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी)की ‘फ्यूजन मॉडल’ की मांग को अस्वीकार करने जा रहे हैं और साथ ही पाकिस्तान को इस बात का कोई आश्वासन भी नहीं दिया जाएगा कि भारत में भविष्य में आईसीसी के टूर्नामेंट ‘हाइब्रिड मॉडल’ के तहत आयोजित किए जाएंगे।
इन मॉडल के तहत पाकिस्तान भारत में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंटों के दौरान अपनी टीम के सभी मुकाबले किसी अन्य देश में कराने की मांग कर रहा है।
एकमात्र चीज जिसमें पीसीबी को कुछ लाभ मिल सकता है, वह है अतिरिक्त मुआवजा। पहले ही प्रसारणकर्ताओं ने लिखित में दे दिया है कि भारत के बिना चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सकता और भारत-पाक ग्रुप लीग मैच भी अनिवार्य है क्योंकि इससे उन्हें राजस्व मिलेगा।
भाषा सुधीर
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