हैदराबाद, नौ अप्रैल (भाषा) लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय की शानदार गेंदबाजी और राहुल त्रिपाठी के अर्धशतक की मदद से सनराइजर्स हैदराबाद ने शिखर धवन की नाबाद 99 रन आकर्षक पारी पर पानी फेरकर पंजाब किंग्स को रविवार को यहां 17 गेंद शेष रहते हुए आठ विकेट से पराजित करके इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के वर्तमान सत्र में अपनी पहली जीत दर्ज की।
धवन ने शुरू से लेकर आखिर तक एक छोर संभाले रखा और पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने वाले पंजाब को नौ विकेट पर 143 रन का सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने अपनी पारी में 66 गेंदें खेली तथा 12 चौके और पांच छक्के लगाए। उनके अलावा केवल सैम करेन (15 गेंदों पर 22 रन) ही दोहरे अंक में पहुंचे। धवन ने मोहित राठी के साथ दसवें विकेट के लिए 30 गेंदों पर 55 रन की अटूट साझेदारी की। इसमें राठी का योगदान दो गेंदों पर एक रन था।
सनराइजर्स की तरफ से मार्कंडेय ने 15 रन देकर चार विकेट लिए। उनके अलावा मार्को यानसन और उमरान मलिक ने दो-दो विकेट लिए।
सनराइजर्स ने अपेक्षाकृत छोटे लक्ष्य के सामने दो विकेट जल्दी गंवा दिए लेकिन त्रिपाठी (48 गेंदों पर नाबाद 74 रन, 10 चौके, तीन छक्के) और कप्तान एडन मार्कराम (21 गेंदों पर नाबाद 37 रन, छह चौके) ने तीसरे विकेट के लिए 100 रन की अटूट साझेदारी की। इससे सनराइजर्स ने 17.1 ओवर में दो विकेट पर 145 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। पंजाब की तीन मैचों में यह पहली हार है।
सनराइजर्स की शुरुआत भी अच्छी नहीं है और उसने हैरी ब्रूक (13) का विकेट जल्दी गंवा दिया जिन्हें अर्शदीप सिंह ने बोल्ड किया। दूसरे सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल (21) को भी 14 रन के निजी योग पर विकेटकीपर जितेश शर्मा ने जीवनदान दिया। सनराइजर्स पावर प्ले में एक विकेट पर 34 रन ही बना पाया।
अग्रवाल जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए और राहुल चाहर की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दे बैठे। दूसरी तरफ त्रिपाठी ने इसके बाद चौकों की झड़ी लगा दी। उन्होंने चाहर के दो ओवरों में चार और हरप्रीत बराड़ पर लगातार तीन चौके लगाए। त्रिपाठी ने मोहित राठी पर छक्का लगाकर 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
राठी ने अपने अगले ओवर में 21 रन दिए जिसने त्रिपाठी का एक छक्का और दो चौके शामिल हैं। मार्कराम ने नाथन एलिस पर चार चौके जड़े जबकि त्रिपाठी ने बराड़ पर विजयी चौका लगाकर शतकीय साझेदारी भी पूरी की।
इससे पहले सनराइजर्स को भुवनेश्वर कुमार और यानसन ने पहले दो ओवरों में विकेट लेकर शानदार शुरुआत दिलाई। भुवनेश्वर ने मैच की पहली गेंद पर ही अच्छी फॉर्म में चल रहे प्रभसिमरन सिंह को पगबाधा आउट किया जबकि अगले ओवर में यानसन ने मैथ्यू शॉर्ट (एक) को इसी अंदाज में आउट करके पवेलियन की राह दिखाई।
यानसन ने अपने अगले ओवर में जितेश शर्मा (चार) को मिड ऑफ पर आसान कैच देने के लिए मजबूर किया जिससे स्कोर तीन विकेट पर 22 रन हो गया। धवन और नए बल्लेबाज करेन ने इसके बाद कुछ अच्छे शॉट खेलकर पावरप्ले में स्कोर 43 रन पर पहुंचाया।
यानसन लगातार तीसरा ओवर करने के लिए आए तो करेन ने उनका स्वागत छक्के और चौके से किया। ऐसे में मार्कंडेय ने गेंद संभाली और करेन ने उनकी गुगली पर शार्ट थर्ड मैन पर आसान कैच दे दिया।
शीर्ष क्रम लड़खड़ाने के कारण पंजाब किंग्स को नौवें ओवर में ही प्रभसिमरन की जगह सिकंदर रजा को ‘इंपैक्ट प्लेयर’ के रूप में उतारना पड़ा। उसका यह दांव भी नहीं चला और वह केवल पांच रन बनाकर मलिक की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दे बैठे।
धवन एक छोर पर डटे रहे लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। मार्कंडेय ने शाहरुख खान (चार) को आते ही वापस भेज दिया जिन्हें पगबाधा के लिए लिया गया रिव्यू भी नहीं बचा पाया जबकि मलिक ने 148 किमी की रफ्तार से की गई गेंद पर हरप्रीत बराड़ (एक) की गिल्लियां बिखेरी। मार्कंडेय ने राहुल चाहर और नाथन एलिस को खाता भी नहीं खोलने दिया।
धवन ने नटराजन पर लगातार दो छक्के लगाए। इनमें से पहले छक्के से उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया और दूसरे छक्के से टीम का स्कोर तिहरे अंक में पहुंचाया। उन्होंने इसके बाद मालिक पर दो छक्के और एक चौका जड़ा। धवन को पारी की अंतिम चार गेंदों पर शतक पूरा करने के लिए सात रन की जरूरत थी लेकिन वहां नटराजन की अंतिम गेंद को ही छक्के के लिए भेज पाए।
भाषा पंत
पंत