जीवन चक्र का खेल: भारतीय टेनिस में गिरावट पर पेस ने कहा

जीवन चक्र का खेल: भारतीय टेनिस में गिरावट पर पेस ने कहा

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  • Publish Date - October 9, 2024 / 08:03 PM IST,
    Updated On - October 9, 2024 / 08:03 PM IST

कोलकाता, नौ अक्टूबर (भाषा) महान खिलाड़ी लिएंडर पेस ने भारतीय टेनिस में आई गिरावट पर बुधवार को दुख व्यक्त किया और इसे ‘जीवन चक्र’ का हिस्सा बताया और साथ ही धैर्य रखने की आवश्यकता पर बल दिया।

हाल ही में डेविस कप विश्व ग्रुप एक मुकाबले में स्वीडन के खिलाफ भारतीय टीम को 0-4 से हार का सामना करना पड़ा जिससे उसे अगले साल के लिए प्ले ऑफ चरण में जाना पड़ा।

युगल में दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी पेस ने कहा, ‘‘जीवन में किसी भी चीज की तरह, जब आप ऊपर जाते हैं तो आपको नीचे आना पड़ता है और फिर आप फिर से ऊपर आते हैं। मैं जीवन चक्र में बहुत विश्वास करता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जहां तक ​​टेनिस का सवाल है तो हम सभी को थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है। हम सभी ने पिछले 40 वर्षों में इस तरह की प्रगति का आनंद लिया है जिससे साबित होता है कि हम महिला युगल और पुरुष युगल दोनों में नंबर एक हो सकते हैं।’’

वर्तमान में सुमित नागल एटीपी पुरुष एकल रैंकिंग के शीर्ष 100 में एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। वह 83वें स्थान पर हैं जबकि रामकुमार रामनाथन 332वें स्थान पर हैं।

रोहन बोपन्ना 44 साल की उम्र में भी भारत में पुरुष युगल के शीर्ष खिलाड़ी हैं। वह वर्तमान में छठे स्थान पर हैं जबकि एक अन्य अनुभवी खिलाड़ी युकी भांबरी 43वें स्थान पर हैं।

डब्ल्यूटीए रैंकिंग भारतीय महिला टेनिस के लिए एक गंभीर स्थिति को दर्शाती है जिसमें शीर्ष 200 में कोई भी भारतीय खिलाड़ी नहीं है।

पेस ने पिछले चार दशक में भारत में टेनिस के महत्वपूर्ण विकास पर प्रकाश डाला और कहा कि यह क्रिकेट के बाद दूसरा सबसे लोकप्रिय खेल बन गया है।

इस 18 ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मैंने जिन चार दशक में टेनिस खेला है उनमें इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि यह क्रिकेट के बाद देश में दूसरे नंबर का खेल बन गया है।’’

पेस ने कहा, ‘‘अंतररराष्ट्रीय स्तर पर टेनिस अधिक ग्रैंडस्लैम और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं जीत रहा था। सानिया, महेश, बोपन्ना और मैंने, हमने सामूहिक रूप से लगभग 40 ग्रैंडस्लैम खिताब, ओलंपिक पदक और कई एशियाई खेलों के पदक जीते हैं। टेनिस ने लगभग 40 वर्षों तक शानदार दौर देखा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘थोड़े धैर्य की आवश्यकता है। जीवन का चक्र चल रहा है। हम गिरावट का अनुभव करेंगे लेकिन हम फिर से उठेंगे।’’

पेस ने कहा, ‘‘जीवन का चक्र हर चीज में स्पष्ट है – चाहे व्यवसाय हो या अन्यथा। सफलता की सबसे बड़ी कुंजी धैर्य है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि टेनिस भारत में फिर से शीर्ष पर पहुंचेगा।’’

भाषा सुधीर नमिता

नमिता