रणजी ट्रॉफी में 13 साल बाद वापसी पर केवल 15 गेंद तक चली कोहली की पारी

रणजी ट्रॉफी में 13 साल बाद वापसी पर केवल 15 गेंद तक चली कोहली की पारी

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  • Publish Date - January 31, 2025 / 01:34 PM IST,
    Updated On - January 31, 2025 / 01:34 PM IST

नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की रणजी ट्रॉफी में 13 साल बाद वापसी पर खेली गई पारी केवल 15 गेंद तक चली जिससे रन बनाने के लिए उनका संघर्ष भी जारी रहा और उनकी फॉर्म को लेकर बहस फिर से शुरू हो गई।

कोहली को खेलते हुए देखने के लिए यहां अरुण जेटली स्टेडियम में लगभग 5000 दर्शक पहुंचे हुए थे लेकिन रेलवे के तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने दिल्ली की पहली पारी के 28वें ओवर में जैसे ही इस स्टार बल्लेबाज का ऑफ स्टंप उखाड़ा, अधिकतर दर्शक स्टेडियम छोड़कर चले गए।

कोहली जब बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे तो दर्शक ‘कोहली कोहली’ और ‘आरसीबी आरसीबी’ के नारे लगाने लगे लेकिन उनके आउट होते ही स्टेडियम में सन्नाटा पसर गया। कोहली केवल छह रन ही बना पाए।

कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के दौर में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। उन्होंने नवंबर 2012 के बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी करने से पहले भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ की निगरानी में अभ्यास किया था।

इस भारतीय बल्लेबाज को ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को खेलने में परेशानी हो रही थी। उन्होंने लगातार इस तरह की गेंदों पर अपना विकेट गंवाया था।

कोहली ने यश ढुल के आउट होने के बाद लगभग 10 बजाकर 30 मिनट पर क्रीज पर कदम रखा और दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। रेलवे के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज राहुल शर्मा ने उनके लिए पहली गेंद की जो नोबॉल निकली।

कोहली ने एक रन बनाकर अपना खाता खोला और इसके बाद विशेषकर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सांगवान को निशाना बनाया। उन्होंने सांगवान पर स्ट्रेट ड्राइव से चौका लगाया।

यह दूसरे दिन के खेल का पहला सत्र था और गेंदबाजों को भी पिच से मदद मिल रही थी। कोहली ने ऐसे में सांगवान की गुड लेंथ पर की गई अगली गेंद को ड्राइव करना चाहा लेकिन वह चूक गए और गेंद ने उनका ऑफ स्टंप उखाड़ दिया।

कोहली ने जमीन की तरफ देखा और इसके बाद चुपचाप पवेलियन लौट गए। इसके साथ ही दर्शक भी वापस लौटने लगे। दर्शकों को अभी दिल्ली की दूसरी पारी में कोहली को बल्लेबाजी करते हुए देखने का मौका मिलेगा।

सांगवान के करियर का यह सबसे कीमती विकेट था जिसका उन्होंने जमकर जश्न मनाया।

भाषा पंत

पंत