ब्रिस्बेन, 12 दिसंबर (भाषा) विराट कोहली जब कप्तान थे तो ट्रेनिंग सत्रों के दौरान वह सभी के आकर्षण का केंद्र हुआ करते थे और बृहस्पतिवार को उन्होंने फिर यहां अभ्यास के दौरान अपने साथी खिलाड़ियों को संबोधित किया।
एडिलेड में दिन रात्रि मैच में मिली 10 विकेट की हार के बाद मेहमान टीम को श्रृंखला के महत्वपूर्ण तीसरे टेस्ट में खेलने से पहले थोड़ी प्रेरणा की जरूरत थी और टीम के युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए ‘किंग’ कोहली से बेहतर कोई ‘मेंटोर’ नहीं मिल सकता।
कोहली जब कप्तान थे तो वह ट्रेनिंग सत्र के दौरान खिलाड़ियों से काफी बातें किया करते थे। कप्तानी छोड़ने के बाद उन्होंने यह बंद कर दिया। लेकिन लगातार चार हार के बाद कप्तान रोहित पर भी भारी दबाव है और टीम के सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी (टेस्ट पदार्पण के मामले में) ने शनिवार से यहां शुरू होने वाले मैच से पहले पहल की।
उप कप्तान जसप्रीत बुमराह के साथ कोहली खिलाड़ियों से उत्साहपूर्वक बात करते देखे गए और रोहित सहित सभी ने उनकी बात ध्यान से सुनी।
रोहित ने नेट्स में नयी और पुरानी गेंद दोनों का सामना किया। वह गाबा में अपने नेट सत्र के दौरान काफी बेहतर स्थिति में दिखे लेकिन इस बात पर सवालिया निशान बने हुए हैं कि क्या वह पारी की शुरुआत करेंगे या छठे नंबर पर ही बने रहेंगे जो उनकी पसंदीदा जगह नहीं है।
केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने फिर नेट्स पर नयी गेंद का सामना किया। रोहित ने शुरुआत में थोड़ी पुरानी कूकाबुरा गेंद से खेले। फिर उन्होंने नयी लाल गेंद भी खेली।
गाबा की पिच पर काफी घास है जो हमेशा से पारंपरिक ऑस्ट्रेलियाई विकेटों में से एक रहा है जिसमें सीम और उछाल दोनों मिलते हैं।
ट्रेनिंग सत्र के बाद रोहित और मुख्य कोच गौतम गंभीर के बीच लंबी बातचीत हुई और दूर से ऐसा लग रहा था कि वे तकनीक पर चर्चा कर रहे थे। गंभीर को कुछ ‘शैडो ड्राइव’ (हाथ से इशारा करके शॉट बताना) के लिए तैयार होते देखा गया जबकि रोहित उन्हें ध्यान से देख रहे थे।
आकाश दीप को भारतीय नेट सत्र में सबसे निरंतर गेंदबाज माना जाता है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह युवा हर्षित राणा की जगह लेंगे जिन्हें एडिलेड में दूसरे टेस्ट के दौरान ट्रेविस हेड ने कड़ी चुनौती दी थी।
पर्थ में टेस्ट पदार्पण में चार विकेट लेने के बाद हर्षित ने 16 ओवर में 86 रन दे दिए लेकिन कप्तान रोहित ने युवा खिलाड़ी का बचाव किया।
आकाश दीप ने दो बार जयसवाल को परेशान किया और कप्तान ने भी उनकी पीठ थपथपाई।
शमी शायद अभी टेस्ट खेलने के लिए फिट नहीं हैं। वह शायद भारतीय टीम में शामिल नहीं हों क्योंकि रणजी ट्रॉफी में वापसी के बाद सैयद मुश्ताक अली टी20 के नौ मैच खेलने के बाद उन्हें खुद लगता है कि वह अभी लाल गेंद के क्रिकेट के लिए तैयार नहीं हैं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने कहा, ‘‘सूजन आ जा रही है। वह खुद भी अधिक से अधिक घरेलू क्रिकेट खेलना चाहते हैं और इसलिए इस समय उनके बंगाल के लिए विजय हजारे ट्रॉफी (21 दिसंबर से शुरू) में खेलने की संभावना है। ’’
वहीं अकेला स्पिनर कौन होगा, यह भी सवाल है। इस पर भी वाशिंगटन सुंदर तकनीकी रूप से सबसे बेहतर बल्लेबाज हैं, रविचंद्रन अश्विन कौशल के मामले में सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं और रविंद्र जडेजा एक ऑलराउंडर के रूप में बेहतरीन पैकेज हैं।
भाषा नमिता पंत
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