तोक्यो, 28 जून (एपी) जापान ने अपनी सरजमीं पर अगले महीने आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों में 30 स्वर्ण पदक जीतने का पूर्वानुमान लगाया था लेकिन अब वह इससे पीछे हट गया है।
सिर्फ जापान ही नहीं बल्कि तोक्यो खेलों में प्रदर्शन की भविष्यवाणी करना कई देशों के लिए एक समस्या हो सकती है। कोरोना वायरस महामारी ने कई क्वालीफाइंग प्रतियोगितओं को बाधित कर दिया है और खिलाड़ियों को अभ्यास करने का सही माहौल नहीं मिला। इस दौरान दुनिया भर में डोपिंग परीक्षण भी सवालों के घेरे में है।
जापान ओलंपिक समिति ने कहा कि महामारी की चपेट में आने से कुछ महीने पहले तक 30 स्वर्ण पदक उनका लक्ष्य था। जापान ओलंपिक समिति के अध्यक्ष यासुहिरो यामाशिता ने कहा कि अब यह लक्ष्य नहीं है।
यामाशिता ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ इस संबंध में कि क्या 30 (स्वर्ण) पदक हासिल करना महत्वपूर्ण है, मुझे स्पष्ट रूप से उत्तर देना होगा ‘नहीं’।’’
उन्होंने कहा कि अब ध्यान पदकों की कुल संख्या पर है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि यह एक आम समझ है (जापान ओलंपिक समिति में) कि हम चाहते हैं कि प्रत्येक एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और अपना पूरा जोर लगाने में सक्षम हो।’’
इन खेलों में अमेरिका और चीन को स्वर्ण पदक के मामले में क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर रहने की संभावना है। जैसा की उन्होंने रियो और लंदन में किया था। बीजिंग ओलंपिक में हालांकि स्वर्ण पदकों की संख्या में चीन ने अमेरिका को पछाड़ दिया था।
जापान ने इस ओलंपिक के लिए पहले 30 स्वर्ण जीतने का लक्ष्य रखा था।
पांच साल पहले रियो ओलंपिक में जापान ने 12 स्वर्ण पदक जीते थे, जबकि उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2004 में एथेंस ओलंपिक और 1964 तोक्यो ओलंपिक में 16 स्वर्ण पदक रहा है।
एपी आनन्द पंत
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