हैदराबाद, 12 नवंबर (भाषा) भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच मेनोलो मारक्वेज ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परिणाम हासिल करने के लिए उनके खिलाड़ियों के लिए देश का प्रतिनिधित्व करते समय समन्वित दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है।
भारतीय सीनियर पुरुष राष्ट्रीय टीम ने हैदराबाद में 18 नवंबर को मलेशिया के खिलाफ मैत्री मैच से पहले अपना ट्रेनिंग शिविर शुरू किया।
फीफा की नवंबर की अंतरराष्ट्रीय विंडो (अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के आयोजन का समय) शुरू होने के साथ इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में ब्रेक हो गया है और भारतीय टीम सोमवार को यहां पहुंची जहां टीम मैच से पहले छह दिन ट्रेनिंग करेगी।
मारक्वेज ने कहा, ‘‘हमें पिछले महीने दो मैच खेलने थे लेकिन बाहरी कारणों से लेबनान नहीं आया। लोगों के लिए अधिक मुकाबले बेहतर होते हैं। लेकिन मैच से एक दिन पहले और बाद में ट्रेनिंग करना मुश्किल होता है। हमें ट्रेनिंग में भी रणनीति की जरूरत होती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सिर्फ मलेशिया के खिलाफ मुकाबले के नहीं बल्कि मार्च में होने वाले आधिकारिक मुकाबलों के लिए भी तैयारी करना जरूरी है।’’
मारक्वेज के राष्ट्रीय टीम के साथ कोचिंग कार्यकाल की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उनके मार्गदर्शन में सितंबर में मॉरिशस ने भारत को गोल रहित ड्रॉ पर रोका और टीम को हैदराबाद में ही इंटरकॉन्टिनेंटल कप में सीरिया के खिलाफ 0-3 से हार का सामना करना पड़ा।
टीम को पिछले महीने वियतनाम ने भी अपनी सरजमीं पर 1-1 से ड्रॉ पर रोका।
स्पेन के इस कोच ने अब तक प्रत्येक फीफा विंडो में नए खिलाड़ियों को टीम में जगह देने का चलन जारी रखा है। इस बार हमिंगथनमाविया राल्ते, विबिन मोहनन, इरफान यादवद और थोइबा सिंह मोइरंगथेम को पहली बार राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया। रविवार को मोहन बागान सुपर जाइंट और ओडिशा एफसी के बीच मैच के दौरान अनिरुद्ध थापा के चोटिल होने के बाद थोइबा को अंतिम समय में टीम में शामिल किया गया।
जुलाई में कार्यभार संभालने के बाद से मारक्वेज की प्राथमिकता मैत्री मुकाबलों और ट्रेनिंग सत्र का उपयोग करके 2027 एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर के लिए खिलाड़ियों के सर्वश्रेष्ठ समूह को खोजने की रही है। क्वालीफायर मार्च 2025 में शुरू होंगे।
कोच ने कहा, ‘‘यह सच है कि हम कुछ नए खिलाड़ियों को आजमाना चाहते हैं लेकिन जाहिर है कि पूरी टीम को बदलना और मार्च में 40 खिलाड़ियों को बुलाना असंभव है। यह सच है कि हम खिलाड़ियों के समूह की तलाश कर रहे हैं। इसका मतलब है कि हमारे पास शायद 14, 15, 16 खिलाड़ी हैं जो वहां होंगे लेकिन हम ठीक से नहीं जानते। और बहुत सारे खिलाड़ी हैं जो वहां पहुंच सकते हैं।’’
भाषा सुधीर पंत
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