रोम, 24 मार्च (भाषा) इटली की फुटबॉल टीम लगातार तीसरी बार विश्व कप के लिए क्वालिफिकेशन हासिल करने में अगर विफल रही तो इसका एक बड़ा कारण जर्मनी के खिलाफ नेशंस लीग के मैच में शर्मनाक तरीके से एक गोल खाना होगा।
डॉर्टमुंड में खेले गये मैच में जर्मनी की टीम जब 1-0 से आगे चल रही थी तब इटली के गोलकीपर जियानलुइगी डोनारुम्मा ने टिम क्लेनडाइन्स्ट के हेडर को कॉर्नर पर रोककर अच्छा बचाव किया।
डोनारूम्मा इसके बाद इसके छह गज के बॉक्स से बाहर निकलकर अपने साथियों से बहस करने लगे। इसी बीच जोशुआ किमिच ने कार्नर से मिले जमाल मुसियाला के पास को गोल पोस्ट में डाल कर टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया। यह गोल ऐसे समय में हुआ जब इटली के खिलाड़ियों का ध्यान मैच पर नहीं था।
जर्मनी ने मध्यांतर तक अपनी बढ़त को 3-0 कर लिया ।
इटली ने वापसी कर स्कोर को 3-3 से बराबर किया लेकिन जर्मनी की टीम 5-4 के कुल स्कोर से जीत हासिल करके नेशंस लीग के सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही।
इटली के कोच लुसियानो स्पैलेटी ने कहा, ‘‘ मैच का दूसरा गोल हमारे लिया काफी भारी साबित हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसे आसानी से टाला जा सकता था। लेकिन वे मेरे खिलाड़ी हैं और मैं हमेशा उनका समर्थन करूंगा, भले ही उन्हें कुछ आलोचना का सामना करना पड़े।’’
इस परिणाम का मतलब है कि इटली विश्व कप के क्वालीफाइंग के लिए चार टीमों के समूह के बजाय पांच टीमों वाले समूह में रहेगा। इसमें दिग्गज एरलिंग हालैंड की टीम नॉर्वे भी होगी।
इस ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली टीम को सीधे विश्व कप के लिए क्वालीफाई करेगी जबकि दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को प्लेऑफ से गुजरना होगा।
इटली को पिछले दोनों बार प्लेऑफ चरण में क्रमश: स्वीडन (2018) और उत्तरी मैसेडोनिया (2022) के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
चार बार के विश्व कप चैंपियन इटली ने इन दो मौकों के अलावा 1958 के सत्र में भी क्वालीफाई नहीं किया था।
एपी आनन्द नमिता
नमिता