… हिमांक नेगी ….
नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) भारत के मध्यक्रम के पूर्व बल्लेबाज अजय जडेजा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में मिली 0-3 की हार के बाद आलोचना का सामना कर रहे राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर का बचाव करते हुए शनिवार का यहां कहा कि इतने कम समय में किसी के प्रदर्शन का आकलन करना अनुचित है। भारत के 2011 विश्व कप खिताब जीत के नायकों में शामिल गंभीर ने जुलाई में राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भारतीय टीम की कमान संभाली थी। उन्होंने अपने कार्यकाल का आगाज श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला में जीत के साथ शानदार तरीके से किया था लेकिन इसके बाद टीम को उस दौरे पर एकदिवसीय श्रृंखला में हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम ने इसके बाद घरेलू सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला में बांग्लादेश को 2-0 से शिकस्त दी लेकिन इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ उसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। जडेला ने ‘फिक्की टर्फ’ स्पर्धा के इतर ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आप उसके साथ अनुचित व्यवहार कर रहे हैं। किसी के प्रदर्शन का आकलन के लिए यह काफी कम समय है। हमें इस समय उनका मूल्यांकन करने की जगह उनका लुत्फ उठाना चाहिये।’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की 295 रन की बड़ी जीत टीम के लिए मनोबल बढ़ाने वाली रही है और जडेजा का मानना है कि गंभीर को उनकी नियुक्ति के छह महीने के भीतर नहीं आंका जाना चाहिए। भारत के लिए 196 एकदिवसीय में 5000 से ज्यादा रन बनाने वाले जडेजा ने कहा, ‘‘हर किसी के साथ कुछ चरण (समय का उतार-चढाव) आते हैं, कभी आप जीतते हैं और कभी आप हारते हैं। इसलिए मैं उस दिशा में नहीं जाऊंगा और छह महीने में उनका (गंभीर का) मूल्यांकन करना शुरू नहीं करूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते थे कि आप उनसे क्या उम्मीद रखते है और आपको क्या मिल रहा था। वह बहुत स्पष्ट व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने पूरे जीवन में अपना दृष्टिकोण बिलकुल साफ रखा है। इसलिए, अब आप जो देख रहे हैं वह वही है जो हर कोई उनसे करने की उम्मीद करता है।’’ जडेजा ने कहा कि नियमित टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा की छह दिसंबर से एडिलेड में होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए वापसी से भारत का आत्मविश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ उनके (रोहित शर्मा) टीम में वापस आने से निश्चित रूप से भारत का आत्मविश्वास बढ़ेगा। वह एक नेतृत्वकर्ता हैं। जब टीम मुश्किल में थी तब उन्होंने खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली और अब जब टीम जीत रही थी तब भी उन्होंने अपनी भूमिका को अच्छे से निभाई।’’ भाषा आनन्द पंतपंत