नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने दावा किया है कि वे भारतीय टीम के लिए बेस्ट ऑलराउंडर बन सकते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पाया। इसके बाद बहुत ही कम उम्र में मैने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इरफान का कहना है कि उन्हें इस बात का हमेशा मलाल रहेगा कि मैने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच महज 27 साल की उम्र में खेला था।
इरफान पठान ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत करते हुए बताया कि मुझे सच में लगता है कि वनडे इंटरनेशनल प्रारूप में मैं भारत का बेस्ट ऑलराउंडर हो सकता था। ऐसा हुआ नहीं क्योंकि मुझे ज्यादा क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला। मैंने भारत के लिए अपना आखिरी मैच 27 साल की उम्र में ही खेल लिया था।
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इरफान ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि अगर मैं 35 साल की उम्र तक खेलता तो हालात बेहतर होते. लेकिन अब सब बीत चुका है। मैंने जितने भी मैच खेले मैच-विनर की तरह खेले. मैं ऐसे खिलाड़ी के तौर पर खेला जिसने अंतर पैदा किया। अगर मैंने सिर्फ एक विकेट लिया, मैच का पहला विकेट, इसने टीम पर काफी अंतर डाला। मैंने बल्ले से जितनी भी पारियां खेलीं, मैंने अंतर पैदा करने के लिए खेलीं।
बता दें कि इरफान पठान ने महज 19 साल की उम्र में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था। जग उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में एंट्री की थी तो उनकी गेंदबाजी को देखकर पूरी दुनिया के क्रिकेटर्स हैरान रह गए थे। अपने पैनी गेंदबाजी के चलते इरफान ने महज 59 वनडे मैचों में 100 विकेट लेने में कामयाब हो गए थे।
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