गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जा रहा IPL-2023 का फाइनल अभी रोक दिया गया है। ताजा खबर यह है कि अहमदाबाद में बारिश बंद हो चुकी है, ग्राउंड सूखते ही खेल शुरू हो जाएगा। पिच का इंस्पेक्शन करने का फैसला लिया गया है कि अब मैच रात 12 बजकर 10 मिनट पर शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही यह मैच अब 15 ओवर का होगा।
बता दें कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी गुजरात ने 20 ओवर में 3 विकेट पर 214 रन बनाए। साई सुदर्शन शतक से चूक गए, वह 47 बॉल में 96 रन बनाकर आउट हुए। जवाब में चेन्नई के ओपनर ऋतुराज गायकवाड और डेवोन कॉन्वे बैटिंग करने उतरे। टीम ने 0.3 ओवर में बगैर नुकसान के 4 रन बना लिए। तभी बारिश आ गई।
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों ने इस मैच में बेहद खराब फील्डिंग की। मैच की शुरुआती 38 गेंदों में चेन्नई के खिलाड़ियों ने विकेट लेने के तीन आसान मौके गंवाए। सबसे पहले दीपक चाहर ने दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर शुभमन गिल का कैच छोड़ा। इस समय गिल तीन रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद पांचवें ओवर की पहली गेंद पर दीपक चाहर ने अपनी ही गेंद पर ऋद्धिमान साहा का कैच छोड़ दिया। इस समय साहा 21 रन पर थे। सातवें ओवर की दूसरी गेंद पर जडेजा ने साहा को रन आउट करने का मौका छोड़ा। इस समय साहा 37 रन पर थे। गिल ने इस मैच में 39 और साहा ने 54 रन बनाए। चेन्नई की खराब फील्डिंग के चलते इन दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर 69 अतिरिक्त रन बनाए और गुजरात को शानदार शुरुआत दिलाई।
चेन्नई के गेंदबाज जमकर महंगे साबित हो रहे थे। पावरप्ले के बाद सभी गेंदबाजों का इकोनॉमी रेट 10 के करीब था। ऐसे में जडेजा पारी का सातवां ओवर लेकर आए और ओवर की आखिरी गेंद पर गिल का पैर क्रीज से बाहर निकल गया। धोनी ने पलक झपकते ही स्टंपिंग की और गिल को पवेलियन भेज दिया। इसी के साथ चेन्नई की टीम ने मैच में वापसी की।
ऋद्धिमान साहा आईपीएल के बड़े मुकाबलों में अक्सर कमाल करते आए हैं। आईपीएल 2014 के फाइनल में शतकीय पारी खेलने वाले साहा ने इस सीजन सिर्फ दो बार ही 30 रन से ज्यादा का स्कोर बनाया था, लेकिन इस मैच में उन्होंने 39 गेंद में 54 रन की शानदार पारी खेल गुजरात के बड़े स्कोर की नींव रखी।
गुजरात टाइटंस के लिए हर मैच में नया खिलाड़ी कमाल करता है और फाइनल में बारी साई सुदर्शन की थी। उन्होंने 47 गेंद में 96 रन बनाए। उन्होंने बीच के ओवरों में तेजी से रन बनाए और अपनी टीम को बड़े स्कोर की तरफ अग्रसर रखा। उनकी पारी के चलते ही गुजरात की टीम चार विकेट पर 214 रन बनाने में सफल रही।
चेन्नई सुपर किंग्स का गेंदबाजी अटैक युवा जरूरी है, लेकिन धोनी की अगुआई में इन्हीं युवा गेंदबाजों ने पूरे सीजन अच्छा प्रदर्शन किया था। टूर्नामेंट की शुरुआत में धोनी ने कहा था कि टीम गेंदबाज नहीं सुधरे तो चेन्नई को नए कप्तान के साथ खेलना होगा। इसके बाद चेन्नई के गेंदबाजों ने कमाल किया था। हालांकि, ये युवा गेंदबाज फाइनल मैच का दबाव नहीं झेल पाए। चेन्नई के लिए इस सीजन सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तुषार देशपांडे पूरे मैच में विकेट के लिए तरसते रहे। उन्होंने अपने चार ओवरों में 56 रन लुटाए। चेन्नई के हर गेंदबाज का इकोनॉमी रेट नौ रन प्रति ओवर से ज्यादा का रहा। पाथिराना और देशपांडे ने तो 10 से भी ज्यादा के इकोनॉमी रेट से रन दिए। पाथिराना से डेथ ओवर में कसी हुई गेंदबाजी की उम्मीद की जाती है, लेकिन वह इस मैच में ऐसा नहीं कर पाए और जमकर रन लुटाए। इसी वजह से गुजरात का स्कोर 200 रन के पार चला गया।